आम आदमी पार्टी से निष्कासित मंत्री कपिल मिश्रा आज एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) के दफ्तर पहुंचे यहाँ उन्होंने टैंकर घोटाले की जांच से सम्बंधित फाइल अधिकारियों को सौंपी। इसके बाद मीडिया से बात करते हुए मिश्रा ने कहा कि वह बहुत जल्द सीबीआई अधिकारियों से मिलेंगे। और उन्हें इस घोटाले से अवगत कराएँगे। आपको बता दें कि मंत्री पद से हटाये जाने के बाद से कपिल लगातार केजरीवाल और अन्य आप नेताओं पर हमलावर हैं। कपिल ने केजरीवाल पर सत्येन्द्र जैन से दो करोड़ रुपये रिश्वत लेने का भी आरोप लगाया है।

KAPIL MISHRAकपिल मिश्रा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैंने एसीबी अधिकारियों से बताया कि टैंकर घोटाले की रिपोर्ट देने के बाद मुझसे कानून मंत्रालय ले लिया गयामैं मामले में शिकायतकर्ता तो था लेकिन आज से गवाह भी बनकर रहूंगा जो भी भ्रष्टाचार में शामिल हैं और जिन्होंने उन्हें बचाया है वो जेल जायेंगे हालांकि मिश्रा ने दो करोड़ लेने सम्बन्धी अपने आरोपों के बारे में एसीबी को कोई जानकारी नहीं दी है। इससे पहले रविवार को उन्होंने आरोप लगाया था कि दो साल पहले ही टैंकर घोटाले की फाइल सरकार को दे दी थी लेकिन कोई कारवाई नहीं हुई। उन्होंने आशीष तलवार और वैभव पटेल पर भी इसमें शामिल होने का आरोप लगाया था।

कपिल मिश्रा के आरोपों के बीच दिल्ली के उप-राज्यपाल अनिल बैजल ने केजरीवाल के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए हैं इससे पहले कल कपिल मिश्रा ने एलजी से मुलाकात की थी। उन्होंने मुलाकात के बाद कहा था कि एलजी को उन्होंने पूरे मामले से अवगत करा दिया है। साथ ही सबूत भी दिए हैं। उन्होंने एलजी से इस मामले में जांच कराए जाने की मांग की थी। कपिल के अलावा बीजेपी नेताओं का एक दल भी एलजी से मिलने पहुंचा था। उन्होंने भी जांच की मांग की थी।

भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई का दंभ भरने वाली आम आदमी पार्टी का यह अंदरूनी घमासान अब सड़कों पर है। कपिल के आरोपों का जवाब देने के लिए न तो केजरीवाल सामने आये हैं न ही मनीष सिसोदिया ने इन आरोपों पर कोई सफाई दी है इतना तो तय है कि आन्दोलन से निकली पार्टी के अन्दर का यह आन्दोलन पार्टी और केजरीवाल की छवि के लिए सही नहीं है। पिछले कुछ समय से लगातार विवादों में घिरी रहने वाली पार्टी के आपसी कलह से दिल्ली में सरकार का कामकाज भी प्रभावित होता नजर आ रहा है। साथ ही आप नेताओं की ईमानदारी पर भी सवाल उठने लगे हैं।