केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने शुक्रवार को केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर जम्मू में अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी शामिल हुए। राजौरी के धंगरी गांव में हुए दोहरे आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिवारों से मिलने के लिए शाह आज दोपहर जम्मू पहुंचे। हालांकि, शाह खराब मौसम की वजह से सीमावर्ती जिले का दौरा नहीं कर सके।
जान गंवाने वालों का हौसला देश के लिए एक मिसाल है- Amit Shah
जम्मू में एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, “मैंने मृतकों के सभी सात परिवारों से फोन पर बात की है। मैं खुद उनसे मिलने वहां जाने वाला था लेकिन आज हम वहां नहीं जा सके। मैंने उनकी बातें बहुत ध्यान से सुनी हैं और उपराज्यपाल मनोज जी से भी बात की है। जान गंवाने वालों का हौसला देश के लिए एक मिसाल है।” उन्होंने आगे आश्वासन दिया कि पिछले डेढ़ साल में हुई सभी घटनाओं की जांच की जाएगी। दोहरे आतंकी हमलों में धनगरी बस्ती में दो बच्चों सहित अल्पसंख्यक समुदाय के सात लोगों की मौत हो गई थी और चौदह अन्य घायल हो गए थे।
NIA और पुलिस मिलकर करेगी जांच
शाह ने कहा, “भारत सरकार ने 2 दिनों के दौरान हुई दोनों घटनाओं की जांच एनआईए को दे दी है। एनआईए और जम्मू पुलिस मिलकर इसकी जांच करेगी। पिछले डेढ़ साल में हुई सभी घटनाओं की जांच की जाएगी।” उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा में लगी सभी तरह की एजेंसियों से सभी पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई है। आने वाले दिनों में बेहद सुरक्षित ग्रिड बनाने की तैयारी की जाएगी। उन्होंने कहा, “आतंकवादी समूहों के समर्थन प्रणाली से लेकर सभी पहलुओं पर चर्चा की गई। एक पूर्ण 360 सुरक्षा चक्र बनाने पर चर्चा की गई। हमारी सभी सूचना एजेंसियों से भी बात की गई है।”
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