तीन नए कृषि कानूनों (New Farm Laws) को लागू हुए आज पूरा एक साल हो गया है। इस मौके का विरोध करने के लिए आज शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) काला दिवस के रुप में मनाएगी। इसे ‘ब्लैक फ्राइडे विरोध दिवस’ (Black Friday Protest March) का नाम दिया गया है। विरोध प्रदर्शन के लिए आज आने वाले किसानों और अकाली कार्यकर्ताओं की संख्या को देखते हुए, पंजाबियों को रोकने के लिए रकाब गंज साहिब की घेराबंदी की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब में पंजीकृत वाहनों को दिल्ली की सीमाओं पर रोका जा रहा है। उन्होनें कहा कि आज गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब से लेकर संसद भवन तक मार्च निकाला जाएगा।
पुलिस से नही मिली अनुमति
आपकों बता दें कि अकाली दल को विरोध मार्च निकालने की अनुमति नहीं मिली है। विरोध के चलते आज दिल्ली में धारा 144 लगा दिया गया है, लेकिन इसके बावजूद भी मार्च निकालने का फैसला किया गया है। बता दें कि गुरुवार को दिल्ली में आयोजित प्रदर्शन में भाग लेने आ रहे पार्टी कार्यकर्ताओं को दिल्ली बार्डर पर सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया। इसके बाद अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने विरोध भी जताया, लेकिन सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस के जवानों ने उनकी बात नहीं मानी।
आप निकालेगी कैंडल मार्च
आप तीन कृषि कानूनों को लागू होने के एक साल पूरे होने पर आज ‘काला दिवस’ के रूप में मनाएगी। आम आदमी पार्टी कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे, आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए राज्य भर में कैंडल मार्च भी निकालेगी। उन्होंने कहा कि 17 सितंबर, 2020 को तीन ‘काले’ कृषि विधेयक संसद में पारित किए गए।
हरियाणा के सीएम से पीएम ने की मुलाकात
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर (Manoharlal Khattar) ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के प्रदर्शन सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात लगभग एक घंटे तक चली। मुलाकात के बाद मनोहर लाल ने कहा कि उन्होंने कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे के किनारे बन रहे रेल गलियारे के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया। किसानों के प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस बारे में भी चर्चा हुई है।
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