गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की मौत से पूरा देश स्तब्ध है। अहमदाबाद से लंदन जा रही फ्लाइट हादसे में उनकी जान चली गई, लेकिन इस त्रासदी से जुड़ा एक और अजीब संयोग अब सामने आया है, जो सभी को चौंका रहा है। दरअसल, लंदन के लिए यह उनका तीसरा टिकट था। इससे पहले वह दो बार अलग-अलग कारणों से यात्रा स्थगित कर चुके थे, लेकिन तीसरी बार जब उन्होंने टिकट बुक किया, तो यह उनकी ज़िंदगी का आखिरी सफर बन गया।
रूपाणी जिस फ्लाइट में सवार थे, वह वही सीधी उड़ान थी जिसकी शुरुआत उन्होंने बतौर मुख्यमंत्री करवाई थी। अहमदाबाद से लंदन के बीच सीधी फ्लाइट की मांग काफी समय से उठ रही थी, और लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उन्होंने इसे हरी झंडी दी थी। यह उनके विजन का हिस्सा था, लेकिन विडंबना देखिए कि इसी फ्लाइट ने उनका जीवन छीन लिया।
इतना ही नहीं, रूपाणी का विशेष लगाव 12 और 06 अंकों से रहा है। उनकी गाड़ियों के नंबर से लेकर निजी चीजों में ये अंक देखे जा सकते हैं। हादसे की तारीख भी 12 जून यानी 12/06 रही, जिसने इस संयोग को और रहस्यमय बना दिया।
विजय रूपाणी ने पहले 3 जून के लिए टिकट बुक कराया था, लेकिन पंजाब उपचुनाव की जिम्मेदारियों के चलते उन्हें यात्रा रद्द करनी पड़ी। फिर 10 जून को नया टिकट लिया, जिसे पारिवारिक कारणों से फिर से रद्द करना पड़ा। आख़िरकार, 12 जून को उन्होंने यात्रा तय की — और यहीं उनकी ज़िंदगी का अंत हो गया।
एयर इंडिया की यह फ्लाइट, जो अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुई थी, टेक-ऑफ के कुछ मिनट बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में 242 में से 241 लोग मारे गए। केवल एक यात्री जीवित बचा है और उसका इलाज जारी है। यह हादसा देशभर में शोक और स्तब्धता का कारण बना है।
राजकोट में विजय रूपाणी के अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। प्रशासन ने भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए हैं। दुखद यह है कि जिसने लोगों के लिए आसमान में रास्ता खोला, वह खुद उसी राह पर आखिरी बार चला।