Agniveer: कभी-कभी जो हम सोचते हैं अगर नहीं होता तो हमारे अंदर एक प्रकार की हताशा का भाव जागता है।ऐसे में अक्सर इंसान बिना सोचे समझे कुछ ऐसे खतरनाक कदम उठा लेता है। जिसके परिणाम बेहद दुखद होते हैं। दिल को झकझोर देने वाला ऐसा ही एक मामला नोएडा से सामने आ रहा है।जिसमें अग्निवीर परीक्षा
में सफलता नहीं मिलने से एक युवक इतना परेशान हो गया कि उसने खुदकुशी कर ली।इस घटना के बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।
कोई यह समझ ही नहीं पा रहा कि कल तक एक सफल सैनिक बनकर देश की रक्षा करने के सपने देखने वाला युवक, कैसे इतना बड़ा कदम उठा सकता है।जानकारी के अनुसार नोएडा में अग्निवीर की परीक्षा में असफल होने पर बरौला गांव निवासी 19 वर्षीय युवक ने बीते सोमवार को फांसी पर लटककर जान दे दी। पुलिस ने मृतक के पास एक सुसाइड नोट बरामद किया है। इसमें लिखा है कि भाई, मैं फौजी नहीं बन पाया, लेकिन तुम जरूर बनना और माता-पिता का ख्याल रखना।मैं ऊपर से तुम्हें फौजी बनता देखकर खुश होऊंगा।
Agniveer:क्या है पूरा मामला?
Agniveer: पुलिस के अनुसार नोएडा के कोतवाली सेक्टर-49 पुलिस मामले की जांच कर रही है।मूलरूप से अलीगढ़ निवासी अग्निवीर की तैयारी कर रहा युवक अपने छोटे भाई और बुआ के बेटे के साथ बरौला गांव में किराए पर रहता था। युवक सेना में भर्ती होने की तैयारी कर रहे थे। 30 जनवरी को घोषित परीक्षा परिणाम में युवक फेल हो गया था। इसके बाद से ही वह तनाव में जी रहा था।
बीते सोमवार की दोपहर को दोनों भाई बाहर गए हुए थे। इस दौरान युवक ने कमरे में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। युवक ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि भाई, मैं फौजी बनना चाहता था, लेकिन बन नहीं पाया।
भाई, तुम मेहनत करके फौज में जरूर भर्ती होना। परीक्षा का परिणाम आने के बाद से नींद नहीं आ रही है और मानसिक रूप से परेशान हूं। आगे लिखा है कि तुम मम्मी-पापा का ध्यान रखना, मैं ऊपर से तुम्हें फौजी बनते हुए देखकर खुश होऊंगा।
Agniveer: यहां जानिए अग्निपथ योजना के बारे में
केंद्र सरकार की अग्निपथ स्कीम काफी बदलाव वाली योजना है। इस योजना के तहत पहले की तुलना में 3 से 4 बार ज्यादा भर्तियां की जा सकेंगी। जवानों की पर्सनेलिटी डेवलप होगी। चार साल की सेवा के बाद वो फैसला कर पाएंगे कि उन्हें सेना में रहना है या नहीं।इसस्कीम का उद्देश्य देश में राष्ट्रवादी लोकाचार को विकसित करना है। समुदायों और सेना के बीच के संबंध को ज्यादा मजबूत बनाना।
युवाओं के पास 4 साल के बाद भी कई तरह के विकल्प रहेंगे, जिन्हें वह अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए कर सकते हैं। 4 साल के बाद कई राज्यों, मंत्रालयों और उद्योग जगत के लीडर्स ने अग्निवीरों को नौकरी देने का वादा किया है। जो देश सेवा करना चाहता है, उसके लिए रास्ते खुले हैं।
25 फीसदी लोगों को सेना में रखा जाएगा, जोकि एक पारदर्शी प्रक्रिया के तहत होगी। कोई जवान क्या प्रदर्शन करता है, उसका व्यवहार कैसा है। वह देश की और सेना की सेवा करना चाहता है या नहीं, हम यह सब देखेंगे। अग्निवीरों के पास इस बात का विकल्प रहेगा कि वो देश सेवा के लिए सेना में वॉलंटियर करना चाहता है या फिर बाहर जाना चाहता है।
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