गत वर्ष मई में अमल में आई प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना में अब आधार को अनिवार्य कर दिया है। गौरतलब है कि अब यदि किसी गरीबी रेखा के दबके की महिला को फ्री कुकिंग गैस कनेक्शन चाहिए तो उसके लिए आधार कार्ड का होना अनिवार्य है।
पिछले वर्ष अक्टूबर में एलपीजी सब्सिडी पाने के लिए भी आधार कार्ड संख्या का उल्लेख अनिवार्य कर दिया गया था, और अब मुफ्त गैस कनेक्शन के लिए भी आधार कार्ड की व्यवस्था कर दी गई है। सरकार ने नॉटिफिकेशन जारी किया है कि यदि किसी महिला के पास आधार कार्ड नहीं है तो वह इसके लिए 31 मई तक आवेदन कर सकती है। एक बार आधार के लिए रजिस्ट्रेशन करने के बाद लाभार्थी एलपीजी कनेक्शन के लिए भी एप्लाई कर सकता है। इसके लिए लाभार्थी को आवेदन में फोटो के साथ बैंक पासबुक, मतदाता पहचान पत्र, राशन कार्ड, स्थायी खाता संख्या, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, किसान फोटो पासबुक या राजपत्रित अधिकारी द्वारा जारी पहचान प्रमाणपत्र जैसे कोई एक दस्तावेज लगाना होगा। मंत्रालय ने सार्वजनिक क्षेत्र की खुदरा ईंधन कंपनियों से बायोमेट्रिक पहचान संख्या के लिये लाभार्थियों के पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराने को कहा है।
क्या है प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना-
दरअसल इस योजना को 1 मई, 2016 में लांच किया गया था, जिसके तहत देश की गरीब महिलाओं के मिट्टी के चुल्हे से आजादी देने के लिए फ्री कुकिंग गैस कनेक्शन देने का प्रावधान था। गैस कनेक्शन को मुहैया कराने के लिए सरकार ने 8,000 करोड़ रुपए की योजना को मंजूरी दी थी। केंद्र सरकार ने 5 करोड़ बीपीएल महिलाओं को 3 साल में फ्री गैस कनेक्शन देने का टारगेट रखा था। ग्रामीण भारत में आज भी 67 से 70 फीसदी महिलाएं ईंधन व उपलों की मदद से खाना पकाती हैं।