यूपी पुलिस अक्सर ही विवादों में घिरी रहती है। पुलिस किसी मामले में कार्रवाई नहीं करने के आरोप से लेकर रिश्वतखोरी या खाकी की दबंगई दिखाने जैसी खबरों को लेकर अक्सर चर्चा में रहती है। इस बार उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में पुलिस उत्पीड़न का मामला सामने आया है जहां पुलिस पर आरोप लगा है कि फरियाद लेकर थाने गए मां-बेटे की जमकर पिटाई की गई है। पीड़ित युवक अब आलाअधियारियों से न्याय की गुहार लगा रहा है वहीं पुलिस ने आरोपों को नकार दिया है। पुलिस का कहना है कि युवक की पिटाई नहीं की गई है बल्कि युवक ने पुलिसकर्मियों से दुर्व्यवहार किया है।
थाने में फरियाद लेकर गया था पीड़ित
मामला शाहजहांपुर के मदनापुर थाने का है जहां बदायूं निवासी 23 साल के गुलशन गौतम अपनी मां राजेश्वरी देवी के साथ मदनापुर में अपनी रिश्तेदार के घर आया था। बीते बुधवार की शाम करीब 6 बजे गुलशन और उसकी मां अपने रिशतेदार के साथ कार से बाजार गई थी तभी वहां पर एक बाइक सवार शराबी युवक ने उनकी कार मे टक्कर मार दी जिसका गुलशन ने विरोध किया और डायल 100 पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस दोनों को थाने ले आई। जहां गुलशन ने शराबी युवक के खिलाफ तहरीर दी।
आरोप है कि इतने में शराबी युवक ने पुलिस को पैसा दे दिए और पुलिस ने बगैर कुछ पूछे युवक को थाने से छोड़ दिया। उसके बाद जब पीड़ित युवक ने तहरीर देने की कोशिश की तो थाने की पुलिस ने थाने मे बंदकर उसकी जमकर पिटाई की। आरोप है कि बेटे की चीख सुनकर जब मां कमरे में गई तो पुलिसकर्मियों ने उसकी मां को भी पीटा। सूचना मिलने पर बदायूं से युवक के परिवार थाने पहुंचे और मां बेटे को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।
थाने के एसओ बिलजाराम ने बताया कि कार और बाइक में टक्कर हुई थी। कार सवार गुलशन की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा था, तभी युवक ने दरोगा और एक सिपाही के साथ दुर्व्यवहार करने लगा। बताया कि युवक की पिटाई नहीं की गई है। युवक पुलिसकर्मियों को फंसाने की साजिश कर रहा है। लेकिन ये कोई ऐसा पहला मामला नहीं है जिसमें पुलिस पर आरोप लगा हो इससे पहले भी यूपी पुलिस विवादों में घिरी रही है।
एपीएन ब्यूरो