दिल्ली नगर निगम चुनाव के चुनाव सिर पर हैं लेकिन दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें खत्म होने की बजाय बढ़ती ही जा रही है। अरविंद केजरीवाल हमेशा से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर किसी न किसी बहाने आरोप लगाते रहे हैं। पीएम मोदी के उठाए हर एक कदम पर अरविंद केजरीवाल अपनी टिप्पणी जरूर रखते हैं, लेकिन इस बार दिल्ली सीएम केजरीवाल को पीएम मोदी पर की गई टिप्पणी भारी पड़ गई।
असम की एक स्थानीय अदालत ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ गिरफ्तारी का जमानती वारंट जारी कर दिया है। अदालत की पिछली सुनवाई में केजरीवाल के हाजिर न होने पर यह वारंट जारी किया गया है। दरअसल अरविंद केजरीवाल के ऊपर पीएम मोदी की शैक्षणिक योग्यता पर सवाल उठाते हुए टिप्पणी करने के मामले में मानहानि का मुकदमा दर्ज हुआ था। केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा था कि पीएम मोदी केवल 12वीं पास हैं, उसके बाद की उनकी सारी डिग्री फर्जी है। इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) को पत्र लिखकर पीएम की शिक्षा से जुड़ी जानकारी सार्वजनिक करने की मांग की थी। हालांकि केजरीवाल की इस मांग के बाद बीजेपी ने पीएम मोदी की डिग्री से जुड़े कागजात पेश किए थे लेकिन फिर भी आप सरकार दिल्ली विश्वविद्यालय से डिग्री को सार्वजनिक करने की लगातार मांग कर रही थी।
अरविंद केजरीवाल द्वारा पीएम मोदी की शैक्षणिक योग्यता पर लगातार सवाल करने के बाद बीजेपी के नेता सूर्य रोंगफर ने असम में उनके खिलाफ मानहानि का केस दर्ज करवाया था। जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें पेश होने के लिए कहा था लेकिन वह नहीं हुए। आपराधिक मानहानि के एक मामले में पेशी के लिए और समय की मांग की केजरीवाल की अर्ज़ी को अदालत ने खारिज कर दिया। केजरीवाल के समर्थकों का कहना है कि दिल्ली में एमसीडी चुनाव के चलते अरविंद केजरीवाल का कोर्ट में पेश होना काफी मुश्किल है।