उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में यमुना नदी में नाव पलटने से 24 लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों लोग अभी लापता है। बताया जा रहा है कि नाव में लगभग 50 से ज्यादा लोग सवार थे। गोताखोर लापता लोगों की तलाश में जुटे हैं। मौके पर डीएम और एसपी भी पहुंच चुके हैं। राहत और बचाव का कार्य अभी जारी है। यमुना से निकाले गए 16 लोगों को इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया है। इनमें 8 को मेरठ के लिए रेफर किया गया है।
जानकारी के मुताबिक यह हादसा तकरीबन सुबह 6:30 बजे की घटना थी। ये लोग काठा से नाव में सवार होकर सोनीपत मजदूरी के लिए जा रहे थे। बताया जा रहा है कि नाव में महिलाएं और बच्चों की संख्या ज्यादा थी। लोगों का कहना है कि नाव में क्षमता से ज्यादा लोग सवार थे, इसीलिए यह पलट गई। हालांकि हादसे के कारणों का आधिकारिक तौर पर कोई खुलासा नहीं हुआ है।
जिला प्रशासन की लापरवाही –
हादसा हो जाने के बाद प्रशासन द्वारा कार्रवाई में देरी करने की वजह से गांव के लोगों ने दिल्ली-सहारनपुर हाइवे को जाम कर दिया। घटनास्थल पर देर से पहुंचे डीएम और एसपी को ग्रामीणों ने घेर लिया। लोगों का कहना है कि घटना के करीब तीन घंटे बाद प्रशासन मदद के लिए आयी, जबकि घटना स्थल से जिला प्रशासन मुख्यालय की दूरी महज 6 किलोमीटर है। हादसे से पूरे क्षेत्र में मातम का माहौल पसरा हुआ है। डीएम ने लोगों को हर संभव मदद करने के आश्वासन दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बागपत में हुए नाव हादसे पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने नाव हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया।