सीमा सुरक्षा बल ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास रविवार को 150 मीटर लंबी भूमिगत सुरंग का पता लगाया है। खबर के अनुसार नगरोटा मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों ने इस सुरंग के जरिए घुसपैठ की थी। वहीं सुरंग के पास से कराची फैक्ट्री का सैंड बैग यानी बोरियां मिली हैं।
बता दें कि, नगरोटा एनकाउंटर से मिली जानकारी के बाद सुरंग का पता लगाया गया है। यह अंतरराष्ट्रीय सीमा से 160 मीटर, तो बॉर्डर फेंस से 70 मीटर से दूर है और इसकी गहराई 25 मीटर है। सीमा सुरक्षा बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में इसका पता लगाया गया है।

बीएसएफ (जम्मू) के आईजी ने बताया कि माना जा रहा है कि नगरोटा में मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों ने इसी से घुसपैठ की होगी। यह सुरंग हाल ही में खोदी गई है और जमीन से 15-20 फीट नीचे है।
बीएसएफ की 48वीं बटालियन द्वारा बॉर्डर आउट पोस्ट (बीओपी) के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी बीओपी चक भूरा के पास तलाश के दौरान इस सुरंग का पता चला है। यहां से कराची फैक्ट्री का सैंड बैग भी मिला है। यह एक और सबूत है कि पाकिस्तान आतंकवादियों की घुसपैठ को प्रायोजित कर रहा है।
इसके अलावा, एसओजी और स्थानीय पुलिस ने सांबा जिले के रीगल के पास से भी सर्च ऑपरेशन अभियान चलाया। जम्मू क्षेत्र में आधा दर्जन सुरंगों की खोज की गई है जहां से पाकिस्तानी आतंकवादी घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे हैं।

नए घुसपैठियों को एक सफल ऑपरेशन में मार दिया गया था, जो आगामी डीडीसी चुनावों को टारगेट करने के इरादे से आए थे। यहां अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद यहां पहली बार चुनाव हो रहा है।
बता दें कि बीते गुरुवार की सुबह, नगरोटा के पास बान टोल प्लाजा पर आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई थी. इसमें चार आतंकी मारे गए थे।
इस घटना के बाद दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी को विदेश मंत्रालय ने नगरोटा की घटना पर समन किया था। ये आतंकी बड़ी साजिश को अंजाम देना चाहते थे।