Nipah Virus: केरल में बुधवार यानी आज निपाह संक्रमित एक और मरीज के सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग सतर्क है।राज्य में निपाह मरीजों की संख्या बढ़कर 5 हो गई है।
प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकार ने कंटेनमेंट जोन बनाए हैं। करीब 700 ऐसे लोगों की लिस्ट बनाई गई है, जो मरीजों के संपर्क में आए हैं। इनमें से 77 लोग हाई रिस्क कैटेगरी में रखे गए हैं।
राज्य में दो मरीजों के मौत भी निपाह वायरस के संक्रमण की वजह से हुई। मंत्री ने यह भी आशंका जाहिर की है कि पूरे राज्य में इंफेक्शन फैलने का खतरा है।लिहाजा संक्रमण की रोकथाम के लिए राज्य ने कई उपाय किए हैं। हाई रिस्क कैटेगरी में रखे गए लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने को कहा गया है।
Nipah Virus: कार्यक्रमों पर रोक
Nipah Virus: निपाह संक्रमण से जान गंवाने वाले दोनों मरीज जिन मार्गों से गुजरे थे, उसके बारे में लोगों की जानकारी दी गई है, ताकि अन्य लोग उन रास्तों का इस्तेमाल न करें। कोझिकोड जिले में पब्लिक फेस्टिवल और अन्य कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई है।
कोझिकोड जिले की 9 पंचायतों के 58 वार्ड्स को कंटेनमेंट जोन बनाया है। यहां केवल इमरजेंसी सर्विसेज को अनुमति है।जिन दुकानों में इमरजेंसी जरूरत की चीजें मिल रही हैं, उन्हें सुबह 7:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खोलने की अनुमति है। फार्मेसी और हेल्थ सेंटर्स के लिए कोई समय सीमा नहीं है कंटेनमेंट जोन में पड़ने वाले नेशनल हाईवे पर बसों को नहीं रुकने के निर्देश हैं।
Nipah Virus: 9 साल का बच्चा भी है निपाह संक्रमित
कोझिकोड में 9 साल का बच्चा निपाह से पीड़ित है। जिसके इलाज के लिए सरकार ने आईसीएमआर से मोनोक्लोनल एंटीबॉडी का आर्डर दिया है। बच्चा वेंटिलेटर सपोर्ट पर है। इस बार केरल में जो निपाह संक्रमण फैला है वह बांग्लादेश का स्ट्रेन है। इसका इंफेक्शन रेट तो कम है, लेकिन डेथ रेट हाई है। ये बड़ी ही तेजी से इंसानों से इंसानों में फैलता है।
केरल में सबसे पहले 2018 में निपाह इंफेक्शन फैला था। उस दौरान 18 में से 17 मरीजों की मौत हो गई थी। एक बार फिर इंफेक्शन फैलने की वजह से राज्य में डर का माहौल है। बाद में 2019 तथा 2021 में भी इससे संक्रमित मरीज सामने आए थे।