Heart Attack: पिछले कुछ दिनों में जीतना खौफ कोरोना का था उतना ही हार्ट अटैक का कहर लोगो के मन पर झाया हुआ है। स्पेन में एक रिसर्च में साबित हुआ है कि सुबह के समय सबसे ज्यादा हार्ट अटैक आते हैं, सुबह 6 बजे से लेकर दोपहर के बीच आने वाले हार्ट अटैक सबसे ज्यादा खतरनाक होते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, इस समय अगर हार्ट अटैक आता है तो इससे करीब 20 प्रतिशत हिस्सा डेड टिशु में बदल जाता है, जो कि व्यक्ति को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है।
अक्सर लोग हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट को एक मानते हैं लेकिन इसमें में काफी अंतर होता है। जब हार्ट में खून नहीं पहुंचता तब हार्ट अटैक आता है, लेकिन कार्डियक अरेस्ट में हार्ट अचानक से ही काम करना बंद कर देता है। यहां जानिए इसके symptoms…
- कार्डिएक अरेस्ट में बिल्कुल भी लक्षण नहीं दिखाई देता है, ये हमेशा अचानक से ही आता है।
- जब भी मरीज गिरता है, तब उसकी पीठ और कंधों को थपथपाने के बाद कोई रिएक्शन नहीं मिलता है।
- मरीज जब भी गिरता है तो कार्डिएक अरेस्ट की वजह से ही गिरता है, इसे पहचानने के कई तरीके हैं।
- मरीज की दिल की धड़कन अचानक से काफी तेज हो जाती है और वह नॉर्मल सांस नहीं ले पाता है।
- पल्स और ब्लड प्रेशर रूक जाता है।
- ऐसी स्थिति में दिमाग और शरीर के बाकी हिस्सों में खून नहीं पहुंच पाता है।
कार्डिएक अरेस्ट या हार्ट अटैक में से ज्यादा खतरनाक कार्डिएक अरेस्ट है, क्योंकि इसमें किसी तरह का लक्षण दिखाई नहीं देता है जबकि हार्ट अटैक का संकेत 48 से लेकर 24 घंटे पहले ही मिलने लगता है। हार्ट अटैक में मरीज को संभलने और जान बचाने का मौका मिलता है। जबकि कार्डिएक अरेस्ट में कोई मौका नहीं मिलता है।
आप कार्डिएक अरेस्ट से बचने के लिए कुछ बातों का ख्याल रख सकते है:
- रोजाना एक घंटे फिजिकल एक्टिविटीज करें और वजन न बढ़ने दें।
- कार्डियो एक्सरसाज करें, जैसे- साइकिलिंग, जॉगिंग या क्रिकेट, बैडमिंटन और फुटबॉल खेलें।
- जितना हो सके जंक फूड से दूर रहें साथ ही फ्रूट्स और अंकुरित अनाज लें।
- खाने में सलाद जरूर रखें। हाई फाइबर सब्जियां, प्रोटीन और दालों को भी शामिल करें।
- भरपेट खाना खाने से बचें और ज्यादा देर तक भूखें भी न रहें।
- रात में जल्दी सोए और सुबह जल्दी उठें।
- मोबाइल और टीवी से जितना हो सके परहेज करें।
- स्ट्रेस लेने और अकेलेपन से बचने की कोशिश करें।
- 30 साल के बाद कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज की नियमित जांच करवाए।