जवां और खूबसूरत त्‍वचा के लिए Collagen का रखें ध्‍यान, स्किन में आएगा जबरदस्‍त निखार

Collagen: कई बार तो त्‍वचा अपनी असल उम्र से कहीं ज्‍यादा लगने लगती है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। अपनी डाइट से लेकर अपने व्‍यायाम में उन चीजों को शामिल करें, जो कॉलेजन के स्‍तर को मेंटेन करे।

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Collagen: अपनी त्‍वचा को बेदाग और जवां और खूबसूरत बनाए रखने के लिए कॉस्‍मैटिक पर निर्भर न रहें। त्‍वचा की खूबसूरती के लिए इसमें पाए जाने वाला कॉलेजन भी अहम भूमिका निभाता है। कॉलेजन एक प्रकार का प्रोटीन होता है, तो शरीर में बहुत ज्‍यादा मात्रा में पाया जाता है। वहीं अगर किसी कारण इसमें कमी होने लगे तो त्‍वचा कम उम्र में ही थकी-थकी और बेजान लगने लगती है।

कई बार तो त्‍वचा अपनी असल उम्र से कहीं ज्‍यादा लगने लगती है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। इसे समय रहते ठीक किया जा सकता है। ऐसे में बहुत जरूरी है कि अपनी डाइट से लेकर अपने व्‍यायाम में उन चीजों को शामिल करें, जो कॉलेजन के स्‍तर को मेंटेन करने के साथ आपको जवां भी रखे। आइए जानते हैं आखिर कॉलेजन के बारे में बहुत कुछ।

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Collagen: क्‍यों घटता है कॉलेजन का स्‍तर ?

Collagen: आमतौर पर 30 की उम्र के बाद सामान्‍य तौर पर कॉलेजन की मात्रा अपने आप घटनी शुरू हो जाती है। इसके साथ ही यूवी किरणों का प्रभाव, प्रदूषण, भोजन की खराब आदतें, खराब लाइफस्‍टाइल, भोजन करने की खराब आदतें कॉलेजन के निर्माण में बुरा प्रभाव डालतीं हैं।

Collagen: कॉलेजन कम होने का असर

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Collagen: दरअसल कॉलेजन हमारी त्‍वचा को सही आकार देता है, इसीलिए इसकी कमी होने से त्‍वचा में झुर्रियां होने लगतीं हैं। बाल भी तेजी से टूटने लगते हैं।त्‍वचा और बालों के अलावा इसका सीधा असर ब्‍लड प्रेशर पर भी पड़ता है।डॉक्‍टर्स के अनुसार हमारी ब्‍लड वैसेल्‍स की दीवारें कॉलेजन से बनी होती हैं।

इसकी कमी होने से रक्‍त का प्रवाह भी प्रभावित होता है।यही वजह है कि लोगों को रक्‍तचाप, सीने में दर्द, थकान, सिरदर्द जैसी दिक्‍कतें होती हैं। इसका प्रभाव हमारी हड्डियों पर भी पड़ता है। जोड़ों में दर्द और हड्डियां कम होने की समस्‍या हो सकती है।

Collagen: इन चीजों के सेवन से दूर करें कॉलेजन की कमी

Collagen: बींस- ताजे बींस का नियमित रूप से सेवन करें, क्‍योंकि इनमें पाए जाने वाले प्रोटीन और अमीनो एसिड से कॉलेजन का निर्माण होता है। इसके साथ ही नई कोशिकाएं भी बनतीं हैं।

खट्टे फल- अपनी डाइट में जितना हो सके खट्टे फल खाना शुमार करें। इसमें संतरा, मौसंबी, नींबू, बेरी और अन्‍नास आदि का सेवन करें। ये कॉलेजन का लेवल ठीक करने के साथ ही दकमती त्‍वचा बनाते हैं। इसके साथ ही डेड स्किन भी खत्‍म होती है।खट्टे फलों में मौजूद विटामिन-सी शरीर में कॉलेजन बढ़ाता है और नई जान डालता है।

हरी पत्‍तेदार सब्जियां- ठंड शुरू हो चुकी है।ऐसे में हरी पत्‍तेदार सब्जियां आजकल हर कोई खाता है। आप इन्‍हें अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसके बेहतरीन लाभ आपको मिलेंगे।हरी सब्जियों के अंदर मौजूद क्लोरोफिल कॉलेजन को बढ़ाता है।

मछली- अगर आप मछली खाना पसंद करते हैं तो बता दें कि कॉलेजन बढ़ाने में मछली बेहतरीन ऑप्‍शन है। यही वजह है कि अधिकतर कॉलेजन टैबलेट और ड्रिंक में इनका इस्‍तेमाल किया जाता है। दरअसल ये ओमेगा फैटी एसिड से भरपूर होने के साथ कॉलेजन पेप्‍टाइड का मुख्‍य स्‍तोत्र भी होता है।

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित जानकारी/विभिन्न स्किन डॉक्‍टर्स से बातकर लीं गईं हैं।हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें।

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