AIIMS: अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान यानी एम्स की ओपीडी में कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए प्रशासन ने खास नियम जारी किया है। जिसका पालन सभी को करना होगा।एम्स ने ओपीडी के पंजीकरण काउंटर पर 16 अक्टूबर से ड्यूटी के दौरान आउटसोर्स कर्मचारियों के मोबाइल के इस्तेमाल पर रोक लगाने को आदेश दिया है।आदेश में कहा गया है कि शिफ्ट शुरू करने से पहले आउटसोर्स कर्मचारियों को अपने फोन सरेंडर करने होंगे।इसकी वजह सेवाओं में विलंब बताया गया है। दरअसल कर्मचारियों के मोबाइल इस्तेमाल से यहां आने वाले मरीजों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
इस आदेश में कहा गया, “यह देखा गया है कि ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर पर काम करने वाले आउटसोर्स कर्मचारी अक्सर मोबाइल फोन का उपयोग करते हैं, जबकि मरीज कतार में इंतजार कर रहे होते हैं, जिससे सेवा वितरण में देरी होती है और मरीजों को असुविधा होती है।”
AIIMS: अलग से बॉक्स में जमा करने होंगे फोन
एम्स प्रशासन की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि आउटसोर्स कर्मी संबंधित क्षेत्र के प्रभारी को अपनी ड्यूटी शुरू करने से पूर्व मोबाइल जमा करवाएंगे।इसके लिए बाकयदा आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए एक सुरक्षित बॉक्स उपलब्ध कराना होगा। पत्र को संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक, सभी केंद्रों के प्रमुख और राष्ट्रीय कैंसर संस्थान, कंप्यूटर सुविधा विभाग के प्रभारी और एनसीआई झज्जर में अधीक्षक अभियंता को भेजा गया है।
AIIMS:50 अतिरिक्त बैटरी चालित बसें चलेंगी
जानकारी के अनुसार एम्स के निदेशक डा.एम.श्रीनिवास ने इस बाबत आदेश जारी किए हैं।वहीं मरीजों, तीमारदारों और अन्य सहायक कर्मचारियों के लिए सीएसआर की मदद के जरिए करीब 50 अतिरिक्त बैटरी चालित बसें तैनात करने का फैसला भी किया है। मालूम हो कि एम्स में बिना किसी पूर्व अप्वाइंटमेंट के मरीजों को स्लॉट के आधार पर टोकन नंबर देने की प्रणाली शुरू की गई है। वहीं नए ओपीडी कार्ड के लिए 10 रुपये का शुल्क लेना बंद कर दिया गया है। इस बाबत 30 सितंबर को ही एक आदेश जारी किया गया था।
संबंधित खबरें