World Environment Day 2022: विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून को मनाया जाएगा। इस वर्ष की थीम ‘Only One Earth’ केवल एक पृथ्वी रखी गई है। इस थीम के आधार पर ‘प्रकृति के साथ सद्भाव में रहना’ के बिंदु पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। विश्व पर्यावरण दिवस हर साल जून महीने में मनाया जाता है।
दुनियाभर में प्रकृति को संरक्षित करने, अधिक से अधिक पौधे लगाने और जीव, जंतुओं के संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस दिन लोगों को पर्यावरण के प्रति सचेत किया जाता है और पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए प्रोत्साहित भी किया जाता है।
World Environment Day 2022: स्वीडन को जाता है सर्वप्रथम पर्यावरण दिवस मनाने का श्रेय
संयुक्त राष्ट्र संघ ने 5 जून 1972 विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की नींव रखी थी। तब से लेकर अब तक लगातार 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। ध्यान योग्य है कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने विश्व पर्यावरण दिवस मनाने का फैसला किया हो लेकिन पर्यावरण दिवस को सबसे पहले स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में मनाया गया। वर्ष1972 में स्टॉकहोम में पहली बार पर्यावरण सम्मेलन आयोजित किया गया था, जिसमें 119 देशों में हिस्सा लिया था। इसी सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP)का निर्माण हुआ।
World Environment Day 2022: 19 नवंबर 1986 में पर्यावरण संरक्षण अधिनियम हुआ लागू
भारत भी पर्यावरण संरक्षण को लेकर गंभीर है। इसी कारण पर्यावरण संरक्षण के लिए भारत ने कानून बनाया है। इसके तहत 19 नवंबर 1986 में पर्यावरण संरक्षण अधिनियम लागू किया गया था। जब पहली बार विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा था तो भारत में भी पर्यावरण दिवस मनाया। उस समय देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी थीं, जिन्हें पर्यावरण संरक्षण पर आयोजित कार्यक्रम में प्रकृति के प्रति अपनी चिंताओं को जाहिर किया।
World Environment Day 2022: पर्यावरण शिक्षा और सतत विकास पर फोकस
संयुक्त राष्ट्र की ओर से पर्यावरण की सुरक्षा के लिए समग्र दृष्टिकोण का समर्थन करना और उन पहलुओं को विकसित और मजबूत करके लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना है। जो उत्तरदायी, स्थानीय रूप से प्रासंगिक हैं।वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों के लिए लोगों की दृष्टि और आकांक्षाओं को वास्तविकता में बदलने के उद्देश्य से भी काम करना है।
सतत विकास की दिशा में कार्य करना प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है। यह पर्यावरण शिक्षा को सभी के लिए महत्वपूर्ण बनाता है। इस विविधता को स्वीकारते हुए इस रणनीति पर काम किया जा रहा है।जिसके तहत अधिक से अधिक लोगों को आपस में जोड़ने के साथ ही सार्वजनिक जागरूकता और प्रशिक्षण को भी शामिल किया गया है।
सतत विकास से मतलब ऐसी प्रक्रिया से है जिसके तहत लोग आपस में मिलकर काम करें। जैविक और इको फ्रेंडली चीजों को बढ़ावा दिया जाए, ताकि आने वाले समय में विकास के साथ ही पर्यावरण को भी किसी प्रकार का नुकसान न हो।
World Environment Day 2022: छात्रों और युवाओं को जोड़ने पर जोर
पर्यावरण संरक्षण की इस मुहिम के तहत अधिक से अधिक युवाओं और छात्रों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। मसलन देश के अंदर स्कूलों में संचालित इको क्लब के जरिये बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के बारे में बताया जाता है। पर्यावरण से जोड़ने के लिए उन्हें विभिन्न गतिविधियों से जोड़ा जाता है। इसके तहत पौधरोपण, पॅालीथिन के इस्तेमाल पर रोक और नदियों और जलस्तोत्रों की सफाई का महत्व भी बताया जाता है। इन कार्यक्रमों के तहत स्कूल, कॉलेज एवं अन्य कई संस्थानों से जुड़कर मुहिम को चलाया जा रहा है।
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