Environment:उत्तराखंड में इस वर्ष अब तक करीब 26 गुलदारों की मौत हुई है।इस दौरान 3 बाघ भी मारे गए हैं। वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन सोसाइटी की रिपोर्ट में ये बात सामने आई है कि हर सातवें दिन प्रदेश में एक गुलदार की मौत हो रही है।जोकि गंभीर चिंता का विषय है।जहां एक तरफ पर्यावरण संरक्षण और जैव विविधता बचाने के लिए नई योजनाएं बन रही हैं।वहीं दूसरी तरफ लगातार मर रहे गुलदार सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार सर्वाधिक मौतें शिकार और रीवेंज किलिंग के चलते हो रही हैं।
प्रदेश में बड़ी तादाद में गुलदार हैं। ऐसे में गुलदार सबसे ज्यादा इंसानों के निशाने पर रहते हैं।जबकि इसके पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में अब तक सर्वाधिक 30 गुलदार मारे गए हैं।
Environment: देशभर में 290 गुलदारों की मौत
वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन सोसाइटी की रिपोर्ट में देशभर से करीब 290 गुलदारों की मौत हुई है। जबकि करीब 82 बाघ मारे गए हैं। बिहार में 1 बाघ और 1 गुलदार की मौत हुई है। सोसाइटी के विशेषज्ञों का कहना है कि इनकी संख्या में लगातार आ रही गिरावट बेहद चिंता की बात है। हालांकि इनकी प्राकृतिक मौत को रोका नहीं जा सकता। ऐसे में केंद्र और राज्य सरकार को हर हाल में सख्त कदम उठाना चाहिए।
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