Environment News: पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार कई कदम उठा रही है। इसी क्रम में हाल में सिंगल यूज प्लास्टिक को बंद करने का ऐलान किया गया। रोजाना की जिंदगी में पूरी तरह से प्लास्टिक को अपना चुके लोगों को अब ये समझ नहीं आ रहा है कि इसके विकल्प के तौर पर किन चीजों का इस्तेमाल किया जा सकता है?
लोगों को जागरूक करने और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अनूठी पहल के रूप में प्लास्टिक विकल्प मेले का आयोजन किया गया। दिल्ली सरकार की ओर से आयोजित मेले का मकसद लोगों को प्लास्टिक की बजाय अन्य चीजों को विकल्प के रूप में इस्तेमाल करने का संदेश देना था। इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण पर जोर देना भी था। दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में आयोजित मेले में बांस, पत्तियां, कागज एवं जूट के जरिये प्लास्टिक हटाने की बात कही गई।
Environment News: सिंगल यूज प्लास्टिक पूरे देश में बैन
मालूम हो कि 1 जुलाई 22 से देशभर में सिंगल यूज प्लास्टिक के अलग-अलग 19 आइटम पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जिसमें ईयर बर्ड से लेकर प्लास्टिक की एक बार इस्तेमाल होने वाली कटलरी, सिगरेट, मिठाई के डिब्बे और शादी के कार्ड पर लगने वाली प्लास्टिक की पन्नी आदि जैसे करीब 19 प्लास्टिक से बने आइटम पर केंद्र सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है। प्रतिबंध के बाद सिंगल यूज प्लास्टिक से बने आइटम को बनाने और बेचने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
Environment News: Non Recycle Plastic से बनेगा फर्नीचर
बेशक सुनकर थोड़ा अटपटा जरूर लगेगा, लेकिन बात में सच्चाई है। जी हां अब का इस्तेमाल कर फर्नीचर तैयार किया जाएगा। जानकारी के अनुसार देश में रोजाना करीब 26 हजार टन प्लास्टिक कचरा निकलता है। जिसमें से सिर्फ 60% को ही इकट्ठा किया जाता है, जबकि शेष कचरा नदी-नालों में मिल जाता है या पड़ा रहता है, जोकि प्रकृति को नुकसान पहुंचाता है। ऐसे ही प्लास्टिक के जरिये अब मेज, कुर्सी, टीवी टेबल, कंप्यूटर टेबल आदि बनाई जा सकेगी। मेले में इसका प्रदर्शन कर समझाया गया।इसके जरिये मल्टीलेयर प्लास्टिक कचरे की समस्या काफी हद तक सुलझाई जा सकती है।
Environment News: सुपारी के पत्तों की कटोरी और मिट्टी के फ्रिज में रखें सामान
मेले में सभी के आकर्षण का केंद्र थी सुपारी के पत्तों से बनी चम्मच, कटोरी और प्लेटस। इसके अलावा बांस और जूट निर्मित बेहद सुंदर थैलों को भी रखा गया था। सुपारी के पत्तों का सामान एक बार इस्तेमाल होने के बाद वापस प्रकृति में घुल जाता है। वहीं मिट्टी के फ्रिज में सामान रखकर बिना बिजली केवल प्राकृतिक तरीके से ठंडा कर सकते हैं।
इसके अंदर पानी डाला जाता है, जो फ्रिज के अंदर के तापमान को मेंटेन रखता है और ठंडक बरकरार रहती है। वहीं बांस निर्मित बोतल, डिब्बे, प्रेम, गिलास, ट्रे और बहुत कुछ सामान तैयार किया गया है। जल्द ही ये सामान मार्केट में आने की संभावना है। जिसके बाद लोगों को बाजार में खरीदारी करने में झंझट नहीं होगी।
Environment News: लकड़ी के निर्मित कंघे, रेजर, टोकरी और बहुत कुछ
दैनिक उपयोग में आने वाली चीजों में अब जल्द ही लकड़ी से बने कंघे, टंग क्लीनर, रेजर और टोकरी आदि विक्ल्प मार्केट में आने वाले हैं। पर्यावरण विभाग दिल्ली सरकार के अनुसार सामान ई-कॉमर्स वेबसाइट पर भी जल्द ही बिकने लगेगा।इनका खुद इस्तेमाल करने के साथ ही आप अपने दोस्तों को भी इसका महत्व बताकर पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
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