Delhi-NCR Air Quality Index : राजधानी में सर्दी के मौसम की आहट के साथ ही वायु प्रदूषण ने भी दस्तक दे दी है। सुबह के समय तो दिल्ली-एनसीआर धुंध में ओझल नजर आता है। वहीं बीती रात दशहरे पर हुई आतिशबाजियां और रावण दहन से आशंका जताई जा रही थी कि दिल्ली-एनसीआर में एयर क्वालिटी का स्तर काफी बिगड़ सकता है। हालांकि इस बार किस्मत से राजधानी में हालात उतने बिगड़े नहीं जितनी उम्मीद लगाई जा रही थी। सिस्टम ऑफ़ एयर क्वालिटी फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) इंडिया के ताजा आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में प्रदूषण का स्तर मध्यम श्रेणी पर है। दिल्ली में दशहरे के बाद ओवरआल एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 190 रहा जो कि ‘मध्यम’ श्रेणी यानी मॉडरेट है।
Delhi-NCR Air Quality Index :कैसी रही एनसीआर की आबोहवा
बात अगर राजधानी के निकटवर्ती क्षेत्रों की करें तो नोएडा सिटी का ओवरआल AQI आज सुबह 218 रहा, जो ‘खराब’ श्रेणी है। गजियाबाद की ओवरऑल AQI आज सुबह 204 मापी गयी है। एनसीआर में सबसे खराब एयर क्वालिटी फरीदाबाद में नज़र आयी जहाँ AQI 240+ थी। गुरुग्राम की बात की जाए तो वहां AQI 180 के करीब मापी गयी है जो मॉडरेट श्रेणी में है।
Delhi-NCR Air Quality Index :कैसे पता लगाई जाती है शहर की एयर क्वॉलिटी
शहर की हावा जहरीली है या नहीं इसे पता लगाने के लिए AQI का इस्तेमाल किया जाता है। सरकार द्वारा राज्य के अलग अलग क्षेत्रों में हवा की गुणवत्ता मापने वाले उपकरण लगाए गए हैं जिन्हें हर क्षेत्र की AQI की जानकारी एकत्रित करके इलाके की एयर क्वालिटी को अंक दिए जाते हैं। AQI एक इकाई है, जिसके आधार पर ये पता चलता है एक स्थान पर हवा सांस लेने लायक है या नहीं। AQI में कुल मिलाकर 8 प्रदूषक तत्वों का आंकलन किया जाता है।
इनमें PM10, PM2.5, NO2, SO2, CO, O3, NH3 और PB जैसे तत्वों की मात्रा का डाटा इकट्ठा करके इलाके की AQI सुनिश्चित की जाती है। इन तत्वों की लिमिट से अधिक मात्रा होने पर समझा जाता है कि हवा प्रदूषित है।
Air Quality मापने के मानक
AQI के छह मानक होते हैं, जो यह बताते हैं कि पूरे शहर की आबोहवा सांस लेने योग्य है या नहीं। AQI के छह मानक कुछ इस प्रकार हैं- अच्छा,संतोषजनक,मध्यम, खराब, बहुत खराब और गंभीर। बता दें कि 0-50 के बीच ‘अच्छा ‘, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘अत्यंत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ कहा जाता है।
इस बार दशहरे के बाद प्रदूषण से शहरों की गंभीर हालत नहीं हुई है। अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण की क्या स्थिति रहती है।
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