Chinese Virus: पिछले कुछ दिनों से कृषि विभाग में एक बात पर चर्चा हो रही है, वो हो धान में होने वाला बौना रोग। दरअसल देश के किसानों को ये समझ नहीं आ रहा है कि धान की फसल की लंबाई पिछले कुछ वर्षों की अपेक्षा कम क्यों है।
दरअसल धान की फसल में बौना रोग फैलने के कारणों का वैज्ञानिकों ने पता लगा लिया है। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान दिल्ली के वैज्ञानिकों के अनुसार धान की फसल में बौना रोग के लिए जिम्मेवार पहली बार चीन में मिला सदर्न राइस ब्लैक स्ट्रीक्ड डवार्फ वायरस है। तीन तरह की जांच से इसकी पुष्टि हुई है। इसमें आरटी-पीसीआर जांच भी शामिल है। इस वायरस की वजह से फसल बर्बाद होने के साथ ही पर्यावरण खासतौर से मिटटी को भी नुकसान पहुंच रहा है।
Chinese Virus: पौधे के विकास को करता है बाधित
भारतीय कृषि अनुसंधान के वैज्ञानिकों के अनुसार खेतों में पाए जाने वाला कीड़ा, जिसकी पीठ सफेद रंग की होती है। ये इस वायरस का वाहक है। पौधों में यह वायरस मिला है, लेकिन बीज के अंदर इसके साक्ष्य नहीं हैं। ये वायरस पौधे को पोषक तत्व पहुंचाने वाले उत्तकों को प्रभावित करता है। फलस्वरूप पौधे का विकास बुरी तरह से प्रभावित होता है। यही वजह है कि कुछ जगहों पर फसल बर्बाद भी हुई है।
Chinese Virus: इन जगहों पर किया गया अध्ययन
जानकारी के अनुसार हरियाणा के सोनीपत, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, अंबाला और यमुनानगर में 24 खेतों में अध्ययन के बाद इस वायरस के मिलने की पुष्टि हुई है।
Chinese Virus: जानिए किन देशों की फसल हो चुकी है बर्बाद
वर्ष 2010 में चीन के 13 प्रांतों में फैली बौना रोग की बीमारी से करीब 13 लाख हेक्टेयर में फैली फसल बर्बाद हुई थी।जबकि 2012 में 7 लाख हेक्टेयर में फैली फसल को नुकसान पहुंचा।
वहीं वियतनाम में वर्ष 2010 में 29 प्रांतों में करीब 60 हजार हेक्टेयर में लगी धान की फसल पूरी तरह से नष्ट हुई।
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