हाँल ही में कंगना रनौत ने अपने दो ट्वीट के माध्यम से कहा की, एक तरफ तो उन्होंने आरक्षण को गरीबी के आधार पर देने की वकालत की है, तो वहीं दूसरी तरफ उन्होंने ब्राह्मणों की स्थिति पर चिंता जाहिर की है।
हमारे देश में जातिय आरक्षण का मुद्दा काफी संवेदनलीश माना जाता है जातिय आरक्षण से कई बार सरकारें गिराईं और बनाई गई हैं। यह बात हमेशा एक विवाद की विषय रहा है कि आरक्षण देने का आधार क्या होना चाहिए। आरक्षण जाति के आधार पर मिलना चाहिए या फिर इंसान की आर्थिक स्थिति को देखते हुए? इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर एक्ट्रेस कंगना रनौत ने अपनी राय रखी है।
कंगना ने अपने ट्वीट में स्पष्ट कहा है कि आरक्षण हमेशा गरीबी के आधार पर मिलना चाहिए, ना कि जात – पात के आधार पर । अपने ट्वीट के माध्यम से लिखती हैं- कि आरक्षण तो हमेशा गरीबी को आधार बनाकर देना चाहिए। जाति के नाम पर आरक्षण नहीं होना चाहिए।
वो आगे कहती हैं, मुझे पता है कि राजपूत समुदाय काफी तकलीफ में है, लेकिन ब्राह्मणों की स्थिति देख भी बहुत दुख होता है।
हाँल ही में कंगना रनौत ने अपने दो ट्वीट के मध्यम से कहा की, एक तरफ तो उन्होंने आरक्षण को गरीबी के आधार पर देने की वकालत की है, तो वहीं दूसरी तरफ उन्होंने ब्राह्मणों की स्थिति पर चिंता जाहिर की है। अपने ट्वीट में कंगना ने ब्राह्मणों का जिक्र किया है क्योंकि एक यूजर ने पोस्ट शेयर कर बताया है कि 55 प्रतिशत ब्राह्मण ऐसे हैं जो गरीबी रेखा से नीचे हैं।
हाँलाकि की कंगना ने इससे पहले भी आरक्षण को लेकर बयान दिए हैं और हर बार उन बयानों पर विवाद भी होता था। मगर इस बार भी सोशल मीडिया पर लोगों की राय बंट गई है। कई कंगना के विचारों से सहमत नजर आ रहे हैं, तो कई ऐसे भी हैं जो उनकी विचारो से असहमत है ।