भारतीय सिनेमा के सबसे बड़े अवॉर्ड, ऑस्कर का सपना हर कोई व्यक्ति देखता है, खास तौर पर जो फिल्मों से जुड़ा हो। लेकिन कभी काबलियत तो कभी किस्मत दोनों ही ऐसी चीजें हैं जो आपको सफलता के ऊपरी मरहले तक लेकर जाती है। दीपिका-प्रियंका दोनों ही चोटी की एक्टेस हैं, जो बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक में अपना शानदार प्रदर्शन कर रही हैं। 89वें एकेडमी अवॉर्ड्स में बॉलीवुड के रिप्रेजेंटेशन को लेकर सभी निगाहें भले ही इन दोनों बी-टाउन गर्ल्स पर टिकी हों, मगर इस शोर में गुप चुप एक ऐसी एक्ट्रेस खुद को ऑस्कर से जोड़ने में कामयाब रही जिसको बॉलीवुड में सिर्फ फ्लॉप फिल्में ही मिली हैं।
गौरतलब है कि शारदा पल्लवी जिसने फिल्म लॉयन में एक छोटा सा किरदार निभाया है, इस मूवी की किस्मत अच्छी निकली कि इस बार के एकेडमी अवॉर्ड्स में देव पटेल को बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर की कैटेगरी समेत और भी कई नॉमिनेशन मिले हैं। तो लाज़मी है कि ये खुशी की बात है कि उनका नाम ऑस्कर नॉमिनेटिड फिल्म से जुड़ा है। पल्लवी का कहना है कि इंटरनेशनल सिनेमा में छोटा सा भी रोल करके आप उपलब्धि पा सकते हो जो कई बार आपको काफी अर्से तक बॉलीवुड में काम करके नहीं मिल पाती। फिल्म में आपके रोल की लंबाई की अहमियत नहीं होती, बल्कि कहानी में आपके रोल का क्या योगदान है, जरुरी होता है।
बता दें कि पल्लवी ने लॉयन में देव पटेल की इंडियन क्लासमेट का रोल निभाया है। पल्लवी इससे पहले बेशर्म, माई नेम इज़ खान, हवा हवाई, दस तोला जैसी फिल्मों में काम कर चुकी है, जो बॉक्स ऑफिस पर अपना कमाल नहीं दिखा पाई।
ऑस्कर सोमवार को आयोजित हो रहा है। फिल्म ला ला लैंड पर सबकी नज़रें टिकी है। देखना है कि ऑस्कर की रेस की बाजी कौन मारता है?