मंच पर खड़े होकर समाज के सामने जाति-धर्म का भाषण देने वालें अपना सीना गर्व से चौड़ा तो कर लेते है लेकिन जब इस बात को सच करने का समय आता है तो इंसान अपने दिए सारे भाषण भुल बैठता है और इसी तरह मजहब के नाम पर समाज में फूट डालने वालों को चर्चा का एक विषय मिल जाता है।
कर्नाटक के शिमोगा की रहने वाली 22 साल की एक मुस्लिम लड़की सुहाना सईद को जाति के नाम पर बबाल मचाने वालों का शिकार होना पड़ा। सुहाना का कसूर बस इतना था की उसने जी कन्नड़ रियलिटी शो में बुरखा पहनकर हिंदु भजन गाया। सुहाना की आवाज और गाने की प्रशंसा शो में बैठे हर एक शख्स ने की। शो के जजों ने सुहाना को खड़े होकर सम्मानित भी किया लेकिन सुहाना को सोशल मीडिया में इसी काम के लिए बेइज्जत होना पड़ा। लोगों को सुहाना का भजन गाना बिल्कुल पसंद नही आया। विरोध करने वालों का कहना है की इस्लाम में गाना गाने की इजाजत नहीं है।
सोशल मीडिया में अपनी गंदी सोच को समाज में फैलाने वाले विरोधीयों ने मंगलोर मुस्लिम फेसबुक पेज पर सुहाना को ट्रोल करते हुए लिखा कि सुहाना ने आदमियों के सामने गाना गाकर पूरे मुस्लिम समुदाय को अपमानित किया है। सुहाना को यह नहीं सोचना चाहिए की उसने गाना गाकर कोई महान काम किया है, जो लोग 6 महीने के अंदर कुरान पढ़ लेते हैं वो सुहाना से ज्यादा हासिल कर लेते हैं। ट्रोल कर रहे लोगों ने कहा कि आपके मां-बाप ने आदमियों के सामने आपको खूबसूरती दिखाने के लिए बढ़ावा दिया है। आपको अगर किए हुए पर्दे की इज्जत नहीं है तो पर्दा ना करें।
सोशल मीडिया में अपमानित होने को लेकर सुहाना के माता-पिता पुलिस में शिकायत दर्ज कराने को मजबूर हैं।