IGNOU Course For Agniveer: केन्द्र सरकार ने यह निर्णय लिया है कि अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों की तैयारी कैसे कराई जाएगी। दरअसल, अग्निपथ योजना के तहत भर्ती होने वाले अग्निवीरों के लिए केन्द्रीय मंत्रालय तीन साल का डिग्री कोर्स तैयार करने जा रही है। यह डिग्री कोर्स इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU) के जरिए कराई जाएगी।
IGNOU Course For Agniveer: क्या है पूरी योजना?
दरअसल, केन्द्र सरकार यह योजना बना रही है कि अग्निपथ के लिए अग्निवीरों को तीन सालों का डिग्री कोर्स कराया जाएगा। यह डिग्री कोर्स इग्नू की ओर से कराया जाएगा। बताया जा रहा है कि जल्द ही तीनों सेनाओं और इग्नू के बीच MOU साइन किया जाएगा। इसका फैसला केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की अध्यक्षता वाली बैठक में लिया गया है। शिक्षा मंत्रालय द्वारा रक्षा कर्मियों की सेवा के लिए एक विशेष प्रकार का कोर्स तैयार किया जा रहा है, जो उनके कार्यकाल और कौशल को एक पहचान देगा।
IGNOU Course For Agniveer: डिग्री कोर्स में क्या होगा खास?
इस कोर्स को इग्नू (IGNOU) द्वारा डिजाइन किया जाएगा। इसमें डिग्री के लिए 50% अंक छात्र के कौशल के आधार पर दिया जाएगा, जिसमें अग्निवीरों के तकनीकी और गैर-तकनीकी अनुभव शामिल होगा। वहीं, अन्य 50% अंक विषय के आधार पर दिया जाएगा। इसमें अर्थशास्त्र, इतिहास, राजनीति विज्ञान, लोक प्रशासन, समाजशास्त्र, गणित, शिक्षा, वाणिज्य, पर्यटन, व्यासायिक अध्ययन, कृषि और ज्योतिष विद्या शामिल होगी। वहीं, इसमें अंग्रेजी में पर्यावरण अध्ययन और संचार कौशल भी शामिल रहेगा।
IGNOU Course For Agniveer: कब मिलेगी डिग्री?
बताया जा रहा है कि यह कोर्स यूजीसी मानदंडों के साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत अनिवार्य रूप से जुड़ा रहेगा। इसमें कई प्रावधान भी दिए गए हैं, पहले साल का कोर्स पूरा करने पर स्नातक प्रमाणपत्र दिया जाएगा। दो साल पूरे करने पर स्नातक डिप्लोमा मिलेगा और तीन साल को कोर्स समाप्त करने पर डिग्री दी जाएगी।
इस कोर्स को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) और राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा (National Vocational Education) और प्रशिक्षण परिषद (NCVET) और यूजीसी द्वारा मान्यता दी गई है साथ ही यह डिग्री भारत और विदेश दोनों में मान्यता प्राप्त होगी। योजना के कार्यान्वयन के लिए सेना (Army), नौसेना (Indian Navy) और वायुसेना (Indian Air Force) इग्नू के साथ समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर करेंगे।
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