CRPF Recruitment 2023: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। सीआरपीएफ में भर्ती के लिए कंप्यूटर परीक्षा में तमिल को शामिल नहीं करने पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि केवल अंग्रेजी और हिंदी के उपयोग को अनिवार्य करने वाली अधिसूचना ‘भेदभावपूर्ण’ है। राज्य सरकार की एक विज्ञप्ति के अनुसार, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) में 9,212 रिक्तियों में से 579 को तमिलनाडु से भरा जाना था, जिसके लिए परीक्षा 12 केंद्रों पर आयोजित की जानी है। स्टालिन कहते हैं, “तमिलनाडु के उम्मीदवार परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे।”
CRPF Recruitment 2023: “तमिलनाडु के छात्र परीक्षा देने में असमर्थ”
सीएम ने पत्र में शाह को बताया कि केंद्र की अधिसूचना कि परीक्षा अंग्रेजी और हिंदी में लिखी जा सकती है। उन्होंने कहा कि यह अधिसूचना तमिलनाडु के उम्मीदवारों को अपनी मातृभाषा में अपने “मूल राज्य” में परीक्षा देने में असमर्थ बनाती है। इसके अलावा, 100 में से 25 अंक “हिंदी में बुनियादी समझ” के लिए आवंटित किए गए हैं, जो केवल हिंदी भाषी उम्मीदवारों को लाभान्वित करेगा।
स्टालिन: सीआरपीएफ अधिसूचना भेदभावपूर्ण है
मुख्यमंत्री के हवाले से कहा गया है, “सरल शब्दों में कहें तो सीआरपीएफ की यह अधिसूचना तमिलनाडु से आवेदन करने वालों के हितों के खिलाफ है। यह न केवल एकतरफा है बल्कि भेदभावपूर्ण भी है।” स्टालिन ने कहा कि यह उम्मीदवारों को सरकारी नौकरी लेने से रोकेगा और कहा कि अधिसूचना उम्मीदवारों के संवैधानिक अधिकार के खिलाफ है।
स्टालिन ने परीक्षा प्रक्रिया में तमिल सहित क्षेत्रीय भाषाओं की अनुमति देकर गैर-हिंदी भाषी युवाओं को परीक्षा देने में सक्षम बनाने के लिए शाह के तत्काल हस्तक्षेप की मांग की। बता दें कि इससे पहले स्टालिन ने पीएम मोदी और शाह को पत्र लिखकर दही के पैकेट से हिंदी नाम को हटाने की मांग की थी। दही के पैकेट पर हिंदी नाम को लेकर काफी विवाद हुआ था।
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