LIC IPO लिस्टिंग में गिरावट से निवेशकों के चेहरे लटके, प्राइस बैंड से नीचे पहुंचा भाव, Social Media पर आई मीम्‍स की बाढ़

LIC IPO: एलआईसी आईपीओ के शेयर में गिरावट के बाद सोशल मीडिया पर मीम्स बनने शुरू हो गए हैं। इसमें एलआईसी का शेयर लेने से रह गए लोग कमजोर लिस्टिंग पर जमकर मजे ले रहे हैं।

0
156
LIC IPO
LIC IPO

LIC IPO: देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कारपोरेशन ऑफ इंडिया के शेयरों ने मंगलवार को बाजार में एंट्री कर ली है। एलआईसी के शेयर बीएसई और एनएसई पर लिस्ट हो गए। लेकिन पहले ही दिन बीमा कंपनी के शेयरों ने निवेशकों को निराश किया है। कंपनी के शेयर बीएसई पर 81.80 रुपये डिस्काउंट यानी 8.62% गिरावट के साथ 867.20 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुए हैं। NSE पर एलआईसी के शेयर 77 रुपये डिस्काउंट पर लिस्ट हुए। एनएसई पर कंपनी के शेयर 8.11 पर्सेंट की गिरावट के साथ 872 रुपये पर लिस्ट हुए हैं। हालांकि शेयर बाजार में एलआईसी की शुरुआत ठीक नहीं मानी जा सकती है।

LIC IPO
LIC IPO

LIC IPO: हर कैटेगरी में मिला था बढ़िया रिस्पॉन्स

एलआईसी का पहला इश्यू अभी तक का सबसे बड़ा आईपीओ साबित हुआ है। इसके लिए 902-949 रुपये का प्राइस बैंड तय किया गया था। पहली बार कोई आईपीओ वीकेंड के दोनों दिन भी खुला रहा। रिकॉर्ड 6 दिनों तक खुले रहे एलआईसी के आईपीओ को लगभग हर कैटेगरी में बढ़िया रिस्पॉन्स भी मिला।

LIC IPO: सोशल मीडिया पर मीम्‍स बनाकर ले रहे मजे

एलआईसी आईपीओ के शेयर में गिरावट के बाद सोशल मीडिया पर मीम्स बनने शुरू हो गए हैं। इसमें एलआईसी का शेयर लेने से रह गए लोग कमजोर लिस्टिंग पर जमकर मजे ले रहे हैं।

ये आईपीओ देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ था। लगभग 21,000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा के इस आईपीओ को उम्मीद के मुताबिक रिस्पॉन्स नहीं मिला था। एलआईसी का आईपीओ करीब तीन गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें पॉलिसीधारकों का हिस्सा छह गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ था। कर्मचारियों का हिस्सा चार गुना सब्सक्राइब हुआ था।

LIC IPO: 25 करोड़ से अधिक हैं बीमाधारक

Delhivery IPO
IPO

भारतीय जीवन बीमा यानी एलआईसी भारत में एक जाना-माना नाम है।कंपनी के 25 करोड़ से अधिक बीमाधारक हैं। यह इंश्योरेंस मार्केट में करीब दो-तिहाई हिस्सेदारी भी रखती है। देश में इसकी करीब 2,000 शाखाएं भी हैं। एक लाख कर्मचारी हैं और 28.60 करोड़ पॉलिसीज हैं। इस 65 साल पुरानी कंपनी के पास करीब 500 अरब डॉलर के एसेट्स हैं।

संबंधित खबरें

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here