Future Retail: देश की सबसे बड़ी कारोबारी कंपनी रिलायंस (Reliance) इंडस्ट्रीज ने रविवार को एक और बड़ा कदम उठाया। बंद होने की कगार पर खड़े किशोर बियानी की फ्यूचर रिटेल (Future Retail)के कुछ स्टोर्स का संचालन अपने हाथों में ले लिया है। कंपनी ने फ्यूचर रिटेल के कर्मचारियों को नौकरी की पेशकश की है।
इन स्टोर्स पर अब रिलायंस रिटेल की बॉंडिंग की जाएगी। दरअसल फ्यूचर रिटेल स्टोर्स का किराया न चुकाने पर परिसर मालिकों के दबाव के चलते ये कदम उठाया गया।जानकारी के अनुसार दिसंबर 2020 में रिलायंस को इस बात का पता चला था। तभी ने रिलायंस ने बैंक, लेनदार, कर्मचारियों के हित में परिसर मालिकों से संपर्क कर परिसरों को लीज पर ले लिया। स्टोर्स बंद न हों इसलिए परिसरों को वापस फ्यूचर रिटेल को सब-लीज पर दे दिया गया था।
Future Retail: वर्किंग कैपिटल भी मुहैया करवाई
फ्यूचर रिटेल का कारोबार को गति मिलती रहे, इसके लिए रिलायंस ने उसे वर्किंग कैपिटल भी मुहैया करवाई। फ्यूचर रिटेल को दिवालिया होने से बचाने के लिए रिलायंस ने यह कदम इसलिए उठाया। ऐसे में अगर फ्यूचर ग्रुप दिवालिया हो जाता तो, हजारों कर्मचारियों के सिर पर रोजगार को लेकर तलवार लटक जाती। ऐसे में इस प्रक्रिया में हुई देरी की मुख्य वजह रिलायंस और अमेजन के बीच चल रहा कानूनी विवाद भी था। फ्यूचर रिटेल के बिग बाजार उत्तर प्रदेश के बरेली, लखनऊ, सहारानपुर आदि में भी हैं।
घाटे में चल रहे स्टोर अब रिलायंस के नियंत्रण में आए
घाटे में चल रहे कई स्टोर का नियंत्रण रिलायंस अपने हाथों में ले रहा है। जबकि शेष स्टोर्स एफआरएल यानी फ्यूचर द्वारा संचालित होते रहेंगे। इस तरह, एफआरएल का परिचालन घाटा भी कम हो जाएगा। रिलायंस के सहारे के बावजूद फ्यूचर रिटेल को 2021 में हजारों करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
कंपनी को और अधिक घाटे से बचाने के लिए रिलायंस ने ऐसे सभी स्टोर्स को अपने नियंत्रण में ले लिया है जिनकी लीज उसके नाम पर थी।रिलायंस सूत्रों के मुताबिक ऐसे सभी परिसरों का कंपनी मूल्यांकन करेगी और उन्हें व्यावसायिक तौर पर चलाया जाएगा। रिलायंस स्टोर्स में अब तक काम करने वाले कर्मचारियों को नौकरी का मौका भी देगी। कंपनी की यह कार्रवाई एफआरएल के मूल्य को संरक्षित करने और एफआरएल के बैंकरों और लेनदारों के लिए भी फायदेमंद साबित होगी।
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