कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima) कल यानी 19 नवंबर को है, इस दिन का हिंदू धर्म में खास महत्व है। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में आने वाली पूर्णिमा तिथि को कार्तिक पूर्णिमा कहते हैं। पुराणों में बताया गया है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान, व्रत और दान-धर्म करने से भगवान विष्णु की कृपा मिलती है। माता लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं। इस दिन लोग पवित्र नदियों में जाकर स्नान करते हैं।
कार्तिक पूर्णिमा के एक दिन पहले देव दिपावली होती है। इस दिन को देव दिपावली भी कहते हैं। मान्यता है कि इस दिन देवता स्वर्गलोक से पृथ्वीलोक आते हैं। मान्यता ये भी है कि देवी देवता इस दिन वाराणसी के गंगा घाट पर स्नान करते हैं। इसलिए कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दिवाली भी मनाई जाती है।
तुलसी पूजा का है विशेष महत्व
कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी पूजा करना बेहद शुभ माना गया है। मान्यता है कि इस दिन तुलसी माता की पूजा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामना पूरी करती हैं। मां की कृपा सदा भक्तों पर बनी रहती है।
आरंभ और समापन
कार्तिक पूर्णिमा तिथि का आरंभ और समापन
कार्तिक पूर्णिमा की तिथि 18 नवंबर को दोपहर 12:00 बजे से शुरू हो रही है जो 19 नवंबर दोपहर 02:26 पर समाप्त होगी। कार्तिक पूर्णिमा पर चंद्रोदय का समय शाम 5 बजकर 28 मिनट 24 सैकंड है।
आइए जानें आज के दिन क्या-क्या कार्य करें
- इस दिन पूरे घर की साफ-सफाई करें, घर को गंदा बिल्कुल ना रखें, मान्यतानुसार ऐसा करने से घर में धन की देवी मां लक्ष्मी जी का आगमन होता है।
- कार्तिक पूर्णिमा के दिन घर के द्वारों को पुष्पमालाओं से सजाएं।
- घर के द्वार के सामने स्वास्तिक बनाएं।
- कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का पूजन करें।
- इस दिन संभव हो तो चावल, शकर और दूध का दान अवश्य करें अथवा थोड़ी मात्रा में इन्हें नदी में बहाने से भी अक्षय पुण्यफल की प्राप्ति होती है।
- कार्तिक पूर्णिमा पर चांद के दर्शन जरूर करें और मिश्री से बनी खीर का भोग अवश्य चढ़ाएं।
- कार्तिक पूर्णिमा पर नदी में दीपदान करें। अगर किसी कारणवश आप नदी में दीपदान नहीं कर सकते हैं, तो आसपास के मंदिर में दीपदान अवश्य करें।
- मान्यतानुसार इस दिन गौ दान करने से अनंत पुण्यदायी फलों की प्राप्ति होती है।
- इस दिन घर में दीप जलाने का भी विशेष महत्व होता है। इससे घर की सभी परेशानियां दूर होकर सुखों का वास होता है।
- इस दिन किया गया गंगा स्नान आपको विशेष फल की प्राप्ति कराता है, मान्यतानुसार इस दिन आकाश से अमृत वृष्टि होती है और इसी अमृत को पाने के लिए लाखों भक्त तीर्थ स्नान करने आते हैं
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