रिलायंस जियो और पेटीएम ने अपने विज्ञापनों में बिना अनुमति के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो इस्तेमाल करने पर अपनी इस गलती के लिए माफी मांगी है। सरकार ने शुक्रवार को संसद में इस बात की जानकारी दी। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने दोनों कंपनियों को नोटिस जारी किए थे।

प्रधानमंत्री के नाम और फोटो का इस्तेमाल कॉमर्शियल उपयोग में लेने पर कानूनन प्रतिबंध है। उपभोक्ता राज्य मंत्री सीआर चौधरी ने संसद में लिखित में बताया कि दोनों कंपनियों से इस बारे में स्पष्टीकरण मांगे गए थे। रिलायंस जियो की तर्ज पर पेटीएम ने भी राष्ट्रीय स्तर के हिंदी और अंग्रेजी के अखबारों में प्रधानमंत्री मोदी की फोटो के साथ फुल पेज के विज्ञापन छपवाए थे।

पेटीएम ने प्रधानमंत्री को अपने ब्रांड एम्बेसडर के तौर पर पेश किया था और लिखा था कि आजाद भारत की फाइनेंशियल हिस्ट्री में सबसे बड़ा कदम उठाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया। इसके निचले हिस्से में पेटीएम ने अपना विज्ञापन किया था। वहीं, रिलायंस जियो भी डिजिटल इंडिया की आड़ में अपने विज्ञापनों में प्रधानमंत्री मोदी को अपने ब्रांड एम्बेसडर के रूप में पेश कर चुका है, जिसकी सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना भी हुई थी।

इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उनके विभाग की अनुरोध पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सभी प्रिंट मीडिया को एक एडवाइजरी जारी की है। इस एडवाइजरी में कहा कि प्रतीक और नाम कानून के तहत जिन प्रतीकों और नाम का उल्लेख है उनका इस्तेमाल विज्ञापन में करने से पहले संबंधित अधिकारी से उसकी अनुमति की जांच कर लें।

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