Edible Oil : सर्दियां शुरू होते ही खाद्य तेल की डिमांड में भी तेजी आई है।जानकारी के अनुसार दुनिया के प्रमुख वनस्पति तेल खरीदार देश भारत ने तेल वर्ष 2020-21 (नवंबर-अक्टूबर) में 1.17 लाख करोड़ रुपये का 131.3 लाख टन खाद्य तेलों का आयात किया था। पहली दो तिमाहियों के दौरान आयात धीरे-धीरे बढ़ा और तीसरी तिमाही में यह धीमा हो गया।
हालांकि, इंडोनेशिया द्वारा पाम तेल पर प्रतिबंध हटाने और अंतरराष्ट्रीय कीमतों में तेज गिरावट के कारण चौथी तिमाही में यह फिर से बढ़ गया, जब भारत से खरीद में बढ़ोतरी हुई। भारतीय बाजार में भी उत्पाद की खरीद-फरोख्त में बदलाव देखने को मिल रहे हैं।
किसानों ने निचले भाव में बिकवाली कम की है। इसके चलते दिल्ली के तेल तिलहन बाजार में खाद्य तेल तिलहन कीमतों में तेजी का रुख साफ नजर आया। इसके अलावा तेलों की मांग भी बढ़ी है। इससे सरसों, सोयाबीन तेल तिलहन, बिनौला, सीपीओ और पामोलीन तेल कीमतों में तेजी आई। जबकि मूंगफली तेल तिलहन के भाव पूर्वस्तर पर बने रहे। कारोबारी सूत्रों ने कहा कि किसान निचले भाव में सोयाबीन नहीं बेच रहे हैं।
हल्का तेल होने की वजह से सरसों, मूंगफली और सोयाबीन तेल की सर्दियों की मांग बढ़ गई है।एक ओर जहां सरसों और सोयाबीन तेल तिलहन कीमतों में तेजी देखने को मिली, वहीं मूंगफली तेल तिलहन के दाम पूर्वस्तर पर बंद हुए।

Edible Oil : बिनौला तेल की कीमतें सुधरीं
पामोलीन और सीपीओ बाजार में सस्ता होने की वजह से इनकी कीमतों में सुधार आया था। हल्के तेल होने की वजह से मांग होने के कारण बिनौला तेल की कीमतों में भी सुधार हुआ है।
Edible Oil: जानिए क्या रहे तेल-तिलहनों के भाव?

- Edible Oil: सरसों तिलहन – 7,300-7,350 रुपये प्रति क्विंटल
- मूंगफली – 6,585-6,645 रुपये प्रति क्विंटल
- मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 15,100 रुपये प्रति क्विंटल
- मूंगफली रिफाइंड तेल 2,445-2,705 रुपये प्रति टिन
- सरसों तेल दादरी- 14,850 रुपये प्रति क्विंटल
- सरसों पक्की घानी- 2,250-2,380 रुपये प्रति टिन
- सरसों कच्ची घानी- 2,310-2,435 रुपये प्रति टिन
- तिल तेल मिल डिलिवरी – 18,900-21,000 रुपये प्रति क्विंटल
- सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 14,200 रुपये प्रति क्विंटल।
संबंधित खबरें
- Fuel Price: तेल कंपनियों ने जारी किए Petrol और Diesel के रेट, जानिए Latest Update यहां
- Share Market: गिरावट के साथ खुला बाजार, दिग्गज कंपनियों के शेयर हुए धड़ाम