Delhi News: दिल्ली में नई आबकारी नीति लागू होने के बाद से कई शराब करोबारी घाटे में चल रहे हैं। शराब करोबारियों के मुताबिक, शराब करोबार में काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। जिसका नतीजा ये है कि राजधानी में अब कई दुकानों पर ताला लटक रहा है। अब तक 200 दुकानें बंद हो चुकी हैं वहीं जून में कई और दुकानों के बंद होने की संभावना है।
Delhi News: नई आबकारी नीति का कोई लाभ नहीं
दिल्ली में नई आबकारी नीति पिछले साल ही लागू की गई थी। आबकारी नीति के तहत 869 शराब की दुकानों के लिए लाइसेंस जारी किया गया था। इसके बावजूद इस साल केवल 639 दुकाने ही खुल पाईं। आबकारी विभाग के अनुसार, जून महीने में खुदरा शराब दुकानों की संख्या घटकर 464 ही रह जाएगी।
बता दें कि दिल्ली सरकार के आबकारी विभाग ने अपनी लाइसेंस विस्तार की नीति को दो महीने के लिए और बढ़ा दिया है। उधर शराब कारोबारियों ने इस विस्तार में दिलचस्पी न दिखाते हुए कहा है कि वो पहले से ही लाइसेंस के लिए काफी अधिक रकम अदा कर रहे हैं। एक तरफ करोबार में नुकसान और दूसरी तरफ नई आबकारी नीति के कारण दुकानदारों को दुकान बंद करना ही उचित लग रहा है।
एक शराब करोबारी का कहना है कि शराब की दुकान बंद करने के कई कारण हैं। जैसे नॉन कंफर्मिंग वार्डों में शराब की दुकानों का खुलना, शराब पर भारी छूट से बाजार में प्रतियोगिता बढ़ने और नए शराब के ब्रांड आने से दुकान बंद करने का फैसला करना पड़ा है। आबकारी नीति के अनुसार मौजूदा समय में लाइसेंस प्राप्त व्यापारियों को नगरपालिका वार्ड में 3 स्टोर खोलने थे।
बता दें कि हाल ही में खुदरा व्यापारियों को उपभोक्ताओं को छूट देने की अनुमति के बाद कई बड़ी कंपनियों ने एक के साथ एक मुफ्त शराब देने की स्कीम खोली थी। लेकिन इससे भी कोई लाभ नहीं हुआ है।
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