भारत में नारियों की स्मिता की बात हो या पर्यटन को बढ़ावा देने की पार्टी, संघ और संगठन द्वारा तो बढ़ा-चढ़ा कर बातें की जाती है लेकिन इनके करनी और कथनी में सदैव अंतर पाया जाता है। हुआ यूं कि 34 देशों की 42 खूबसूरत मॉडल आगरा में ताजमहल के दीदार करने के लिए ताज आईं लेकिन वहां सुरक्षा जांच के नाम पर उनके दुपट्टे उतरवा लिए गए।अब सवाल यह है कि क्या किसी दुसरे देश की महिला के साथ सुरक्षा जांच के नाम पर ऐसा बर्ताव सही है?

बता दें कि जब मॉडल ताज में प्रवेश करने गई तो वहां उपस्थित सीआईएसएफ के जवानों ने उन्हे रोका, साथ ही मॉडल के शरीर पर पड़े भगवा रंग के दुपट्टा जिसपर जय श्री राम अंकित था उसे प्रतिबंधित सामग्री बताते हुए उतरवा दिया। इस पूरी सुरक्षा जांच प्रक्रिया के चलते विदेशी मॉडल आहत हुई हैं। अब सवाल यह उठता है कि क्या जान बूझकर रामनामी दुपट्टों को उतवाया गया? क्या इससे विदेश में हमारी छवि खराब नहीं हुई? क्या सुरक्षा के नाम पर ऐसा करने वाले को सजा मिलेगी?’ क्योंकि इस मामले पर सीआईएसएफ और पुरात्तव विभाग के अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई लेकिन कोई भी कैमरे के सामने बोलने को तैयार नहीं है।

बीजेपी सरकार ने सत्ता में आने से पहले यूपी और पूर्वांचल के हालत को लेकर कई घोषणापत्र जारी किया था। अब बुंदेलखंड ने जितना भारी जनादेश बीजेपी को दिया है उससे ये सवाल तो जरूर उठता है कि क्या अब बीजेपी सरकार भी बुंदेलखंड की झोली भरेगी? पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान मंडल मुख्यालय बांदा में यूं तो विकास का काम हुआ लेकिन यहाँ के विकास की एक कडवी बानगी बयां करती जो स्थिति है! वह है पानी की त्रासदी। जिसके चलते हर साल गर्मी की शुरुआत के दिनों से ही बुंदेलखंड वासी व पशु-पक्षी यहां के केन नदी का गन्दा पानी पीने को मजबूर होते हैं।

शो का संचालन कर रहे एंकर अनन्त त्यागी ने एपीएन के खास शो मुद्दा में आज “सीएम योगी के हाथों में पूर्वांचल की कमान, क्या बदल जाएगी बुंदेलखंड की  तस्वीर?जैसे संवेदनशील पहलुओं पर चर्चा की गई। जिसमें हरीश श्रीवास्तव (प्रवक्ता बीजेपी), गोविंद पंत राजू (सलाहकार संपादक, APN), मौलाना सैफ अब्बास (मुस्लिम धर्मगुरु), कृष्णकांत पांडेय (प्रवक्ता कांग्रेस) व दिव्या गिरी (हिंदू धर्मगुरु) जैसे विशेषज्ञ शामिल रहे।

मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि ताज के वीडियो को साकारात्मक से भी लिया जा सकता है। मैं कई धार्मिक स्थलों पर जा चुका हूं, प्रत्येक जगह के अलग-अलग नियम कानून होते हैं। उन्होंने कहा कि आगरा में विदेशी सैलानियों के पास जो दुपट्टा था वह साधारण दुपट्टा नहीं था क्योंकि उसमें राम नाम शब्द चिन्हित था। अगर वह उसे धारणकर ताज में जाते तो कोई भी आराजक तत्व उस दुपट्टे के नाम से माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर सकता था।

दिव्या गिरी ने कहा कि जहां भारत में दुपट्टा को महिलाओं की इज्जत माना जाता है उसकी स्मिता का प्रतीक मानते हैं। वहां क्या ऐसा करना उचित होगा कि जवान भगवा के नाम पर महिलाओं के तन पर से उनका दुपट्टा उतरवा लें । जवानों पर धारा (354) के तहत कठोर कार्यवाही की जरुरत है जिसके चलते जवान दोबारा यह गलती न दोहराएँ।

कृष्णकांत पांडेय ने कहा कि भगवा रंग किसी धर्म, मजहब, जाती, संप्रदाय व पार्टी का प्रतीक न होकर हमारे तिरंगे का प्रतीक है।  जिसे किसी पार्टी या धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। ताज में विदेशी सैलानियों के साथ किया गया दुर्व्यवहार निंदनीय हैं। बुंदेलखंड को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार को वहां के किसानों व पानी की समस्या को खत्म करने के लिए तलाब और नहरों का पुननिर्माण व मरम्मत करवाने के साथ उत्तरांचल की तरह पूर्वांचल के लिए भी सरकार एक अलग विभाग का निर्माण कराए।

हरीश श्रीवास्तव ने कहा कि यूपी सरकार बिना किसी भेदभाव के सबके लिए काम करेगी और सुरक्षा की दृष्टि से सारे एतिहात बरतेगी। पर्यटक अगर गलत है तो उनपर कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए न कि अमानवीय व्यवहार। रही बात सरकार की तो यूपीए के कार्यकाल के दौरान केंद्र ने राज्य सरकार को हजार करोड़ की सौगात दी थी उस दौरान राज्य में बीएसपी और एसपी की सरकार थी।

गोविंद पंत राजू ने कहा कि ताज एक कब्र के साथ-साथ एक अन्तराष्ट्रीय पर्यटन स्थल भी है। विदेशी अतिथियों के साथ अगर सम्मानपूर्वक काम किया जाता तो इस प्रकार के विजुअल की आवश्यक्ता नहीं पड़ती। मै इस बात से बिलकुल सहमत नहीं हूं, अगर जवानों को दुपट्टा हटवाना ही था तो वह गाईड को कह सकते थे लेकिन ऐसी हरकत तो किसी के कपड़े उतरवाने के बराबर है। रही बात पूर्वांचल की तो अखिलेश सरकार में बुंदेलखंड़ के लोगों के लिए तो बहुत कुछ किया लेकिन पैसे का सदुपयोग की जगह दुरुपयोग किया।

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