राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत सभी दलों के नेताओं को उत्तर प्रदेश सरकार ने लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति दे दी है। लखीमपुर में हुए हादसे के शिकार परिवार जनों से मिलने की मांग को लेकर पहले ही प्रियंका अड़ी हुई थी वहीं आज राहुल गांधी भी सुबह 10 बजे प्रेस कांफ्रेंस कर सरकार पर हत्यारों को बचाने का आरोप लगाते हुए अपने घोषणा के अनुरूप लखीमपुर जाने की बात कही थी। पहले तो इसकी अनुमति नहीं दी गई थी लेकिन बाद में यूपी सरकार की ओर से सभी दलों के नेताओं को वहां जाने की अनुमति दे दी। इस बीच राहुल गांधी के विरोध की भी खबर आ रही है। यूपी में कई जगहों से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के खिलाफ पोस्टर लगाए जाने की भी खबर है।
मिल रही जानकारी के मुताबिक यूपी के कई जगहों पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के खिलाफ पोस्टर लगाए गए हैं। एक पोस्टर में कहा गया है कि फर्जी सहानुभूति नहीं चाहिए। दसमेश सेवा सोसाइटी की ओर से लगाए गए पोस्टर में कहा गया है कि 1984 के सिक्खों के नर संहार के जिम्मेदार, आज सिक्खों के जख्मों में नमक न डालें।
साहेब श्री गोविन्द सिंह सेवा समिति की आरे से लगाए गए पोस्टर पर लिखा गया है कि 1984 के दंगों के जिम्मेदारों से लखीमपुर के किसानों को सहानुभूति नहीं चाहिए।
गुरूनानक वाटिका कमेटी आलमबाग द्वारा लगाए गए पोस्टर में कहा गया है कि जिन लोगों ने 1984 का कत्लेआम किया उनका साथ नहीं चाहिए। हम न्याय की लड़ाई लड़ रहें हैं, दंगाइयों का साथ नहीं चाहिए।
एक और पोस्टर लगा है जिसपर लिखा हुआ है कि राहुल गांधी वापस जाओ, प्रियंका गांधी वापस जाओ। सिक्खों का कातिल वापस जाओ, नहीं चाहिए साथ तुम्हारा।
क्या है हुआ था लखीमपुर खीरी में?
बीते रविवार को यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य लखीमपुर के दौरे पर थे। उनके साथ केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा भी थे। जहां उन्हें एक योजना का शिलान्यास करना था। वहीं किसानों की तरफ से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के विरोध का ऐलान किया गया था। इसमें आसपास के क्षेत्रों के किसान हिस्सा लेने वाले थे। इसी दौरान एक दूसरे कार्यक्रम में जाने में यह हादसा हुआ।
मामले में केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे ने कथित तौर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी। बता दें कि विरोध कर रहे किसान हाल ही में अजय कुमार मिश्रा द्वारा दिए गए बयान से नाराज थे जिसके बाद किसानों ने केंद्रीय मंत्री मिश्रा और यूपी के डिप्टी सीएम केशवप्रसाद मौर्य का घेराव किया।
मामले ने तूल तब पकड़ लिया जब मंत्रियों के काफिले की एक गाड़ी ने प्रदर्शनकारी किसानों पर कथित तौर पर गाड़ी चढ़ा दी। घटना में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गयी। किसानों का आरोप है कि कथित तौर पर गाड़ी मंत्री अजय मिश्रा के बेटे द्वारा चलायी जा रही थी। एफआईआर में अन्य लोगों के नाम भी दर्ज किए गए हैं।
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