Svamitva scheme: के लाभर्थियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री (Prime Minister)नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि भारत के गांवों के बहुत बड़े सामर्थ्य को जकड़ कर रखा गया। गांवों की जो ताकत है, गांव के लोगों की जो जमीन है, जो घर है, उसका उपयोग गांव के लोग अपने विकास के लिए पूरी तरह कर ही नहीं पाते थे। उल्टा, गांव की ज़मीन और गांव के घरों को लेकर विवाद, लड़ाई-झगड़े, अवैध कब्ज़ों में गांव के लोगों की ऊर्जा, समय और पैसा और बर्बाद होता था।
भारत की आत्मा गांव में बसती है: पीएम
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये हम अक्सर कहते-सुनते आए हैं कि भारत की आत्मा गांव में बसती है।लेकिन आज़ादी के दशकों-दशक बीत गए, भारत के गांवों के बहुत बड़े सामर्थ्य को जकड़ कर रखा गया। उन्होंने कहा कि हमने इस कोरोना काल में भी देखा है कि कैसे भारत के गांवों ने मिलकर एक लक्ष्य पर काम किया, बहुत सतर्कता के साथ इस महामारी का मुकाबला किया। बाहर से आए लोगों के लिए रहने के अलग इंतजाम हों, भोजन और काम की व्यवस्था हो, वैक्सीनेशन से जुड़ा काम हो, भारत के गांव बहुत आगे रहे।
पीएम स्वामित्व योजना गांव की ताकत बनने जा रही है- पीएम
देश के गांवों को, गांवों की प्रॉपर्टी को, ज़मीन और घर से जुड़े रिकॉर्ड्स को अनिश्चितता और अविश्वास से निकालना बहुत ज़रूरी है इसलिए, गांव के हमारे भाइयों और बहनों की बहुत बड़ी ताकत बनने जा रही है। स्वामित्व योजना, सिर्फ कानूनी दस्तावेज़ देने की योजनाभर नहीं है, बल्कि ये आधुनिक टेक्नॉलॉजी से देश के गांवों में विकास और विश्वास का नया मंत्र भी है।ये जो ‘गांव-मोहल्ले में उड़न खटोला’ उड़ रहा है, ये जो ड्रोन उड़ रहा है, वो भारत के गांवों को नई उड़ान देने वाला है।
आत्मनिर्भर हुए हैं गरीब – प्रधानमंत्री
बीते 6-7 वर्षों के हमारी सरकार के प्रयासों को देखें, योजनाओं को देखें, तो हमने प्रयास किया है कि गरीब को किसी तीसरे व्यक्ति के सामने हाथ नहीं फैलाना पड़े। आज खेती की छोटी-छोटी जरूरतों के लिए पीएम किसान सम्मान निधि के तहत सीधे किसानों के बैंक खातों में पैसा भेजा जा रहा है।वो जमाना देश पीछे छोड़ आया है जब गरीब को एक-एक पैसे, एक-एक चीज के लिए सरकार के पास चक्कर लगाने पड़ते थे। अब गरीब के पास सरकार खुद चलकर आ रही है और गरीब को सशक्त कर रही है।