हेवीवेट मुक्केबाज के नाम से जाने माने मुहम्मद अली के बेटे मोहम्मद अली जूनियर को फ्लोरिडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आव्रजन अधिकारियों की टीम ने उस समय हिरासत में ले लिया जब वह जैमेका से अपनी मां खलीला कमाचे अली के साथ फ्लोरिडा के लिए लौटे थे।

अधिकारियों ने उन्हे केवल इस बात के लिए दो घंटे तक हिरासत में लेकर पूछताछ किया कि सुनने में उनका नाम अरबी भाषा की तरह लग रहा था। अधिकारियों ने मोहम्मद अली जूनियर की मां खलीला को इसलिए छोड़ दिया कि उन्होने अपने शौहर मुहम्मद अली की अपने साथ की रखी हुई तस्वीर दिखाई थी। लेकिन अली जूनियर के पास ऐसी कोई फोटो न होने के कारण उन्हे हिरासत में रखा गया। साथ ही उनसे पूछताछ के दौरान कई धर्म से जुड़े सवाल किए गए कि,’ क्या वह मुस्लिम हैं ? वे कहां पैदा हुए है और उन्हें अपना नाम कहां से मिला है? जिसे लेकर उन्हे काफी जिल्लत सहनी पड़ी।

शुक्रवार को इस बात की पुष्टि की गई है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प के इमीग्रेशन पर कार्यवाही आदेश के मद्देनजर रखकर उन्हे हिरासत में रखा गया है। जिसे लेकर मोहम्मद अली जूनियर सरकार पर केस करने का विचार कर रहे है। उनके वकील क्रिम मेनसिनी ने कहा कि ‘उनके साथ ऐसा व्यहवार किया जा रहा था कि जैसे वह कोई अपराधी हों। जबकि उनके पास अमेरिकी नागरिक होने का सबूत भी था। लेकिन उनसे उनका धर्म पूछा गया।‘ गौरतलब हो कि मोहम्मद अली जूनियर के पिता मुहम्मद अली तीन बार हेवीवेट चैम्पियन विजेता रह चुके है। साथ ही उन्हे स्पोर्ट्स पर्सनैलिटी ऑफ सेंचुरी और स्पोर्ट्स इलस्ट्रेटेड द्वारा स्पोर्ट्समैन ऑफ सेंचुरी के सम्मान से नवाजा जा चुका है।

गौरतलब हो कि यह पहली बार नहीं हुआ कि मोहम्मद अली जूनियर को हिरासत में रखकर उससे उसकी धर्म के बारे में पूछताछ किया गया हो। इसके पहले भी 2012 में शाहरुख खान को न्यूयॉर्क एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन वालो ने हिरासत में लेकर पूछताछ किया था तो वही 2002 में शिकागो एयरपोर्ट पर आमिर खान से भी पूछताछ किया गया था। इसके अलावा इरखान खान और नील नितिन मुकेश भी इसका शिकार हो चुके हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here