महाराष्ट्र के बीएमसी चुनाव के नतीजे आ चुके हैं। सबसे बढ़िया प्रदर्शन बीजेपी का रहा है।जबकि सबसे खराब कांग्रेस का। पार्टी के खराब प्रदर्शन के कारण मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने गुरूवार को अपने पद से इस्तीफे की पेशकश की है। बीएमसी चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद संजय ने पार्टी को अपने पद से इस्तीफे का ऑफर दिया है। संजय ने ट्विटर कर बताया कि, “बीएमसी 2017 में पार्टी की हार की जिम्मेदारी में विनम्रता के साथ लेता हूं। इसके साथ ही मैं अपने इस्तीफे की भी पेशकश करता हूं।”
देश की सबसे धनी म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) में कांग्रेस का प्रदर्शन इस बार सबसे खराब रहा है। 2012 के चुनाव में कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया था। तब कांग्रेस ने 52 सीटों पर जीत हासिल की थी। इससे पहले 2015 में हुए चुनाव में उसके 75 कार्पोरेटर मौजूद थे।
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— APN न्यूज़ हिंदी (@apnnewshindi) February 23, 2017
वहीं, शिवसेना के लिए महाराष्ट्र नगर निकायों में महत्वपूर्ण ठाणे के चुनाव नतीजों की बात करें, तो यह भी उसकी स्थिति मजबूत है और वह अपना गढ़ बचाने में कामयाब रही है। इस नगर निगम चुनावों में शिवसेना 84 सीटों पर जीत हासिल करके पहले स्थान पर है। जबकि 80 सीटों पर जीत हासिल कर भाजपा दूसरे स्थान पर है। पिछली बार के बीएमसी चुनावों के 31 सीटों के मुकाबले भाजपा को अच्छी खासी बढ़त मिली है। और उसने इस बार 80 सीटें हथियाई हैं। कांग्रेस बुरी तरह से पिछड़ कर तीसरे नंबर आ गई है।
शिवसेना को मिली बढ़त पर शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने बयान दिया कि “बीजेपी ने सत्ता का दुरुपयोग किया। लोगों ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व पर भरोसा जताया। अब बीजेपी बताए कि एक पारदर्शी विपक्ष कैसा होता है। उन्होंने कहा कि रुझानों से पता चलता है कि मुंबई का बॉस कौन है? शिवसेना और उद्धव ठाकरे।”
मुंबई में कांग्रेस के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने भी हार स्वीकार कर ली है। देवड़ा वोटरों पर भड़के और तंज कसते हुए कहा कि “बीएससी के नतीजों से लगता है मुंबई के लोग सड़कों पर गड्ढों, बाढ़, मलेरिया के साथ रहने में ही खुशी महसूस करते हैं।” मिलिंद देवड़ा ने कहा, शिवसेना और बीजेपी को बहुत बहुत बधाई… उम्मीद है मुंबई के अगले पांच साल पिछले दो दशकों से बेहतर होंगे।