मुलायम सिंह यादव और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच सब कुछ ठीक नही चल रहा है। इटावा की जसवंत नगर सीट पर मुलायम सिंह की रैली के बाद तो यही लगता है। मुलायम सिंह भाई शिवपाल यादव के समर्थन में जसवंत नगर में रैली करने पहुंचे थे। यहाँ उन्होंने शिवपाल यादव के लिए वोट मांगे। लेकिन इस रैली की सबसे दिलचस्प बात यह रही कि इस रैली में उन्होंने मंच से इटावा सदर सीट से राष्ट्रीय लोक दल के उम्मीदवार आशीष राजपूत के लिए भी जनता से समर्थन देने को कहा और आशीर्वाद भी दिया।
इटावा सदर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी छोड़ आरएलडी का दामन थामने वाले आशीष राजपूत चुनाव लड़ रहे हैं। मुलायम सिंह जब रैली कर रहे थे तब आशीष मंच पर चढ़ गए और उनके पैर छुए। इसके बाद मुलायम ने आशीष को जीत का आशीर्वाद देते हुए रैली में पहुंचे समर्थकों की ओर अपने समर्थन का इशारा किया। इस सीट से समाजवादी पार्टी ने कुलदीप गुप्ता को उतारा है। अखिलेश यादव के अध्यक्ष बनने के बाद शिवपाल और मुलायम सिंह यादव समर्थित करीब 40 नेताओं को टिकट के लिए मना कर दिया गया था। ये नेता अब राष्ट्रीय लोक दल की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
मुलायम सिंह की इस चुनावी रैली में शिवपाल समर्थकों के अलावा मंच पर कोई भी अखिलेश और सपा समर्थक कार्यकर्ता नजर नहीं आया। जसवंतनगर सीट पर शिवपाल के लिए मुलायम के अलावा परिवार के किसी भी सदस्य ने प्रचार नहीं किया। रैली में नेताओं ने मुलयाम के यूपी का मुख्यमंत्री रहते हुए जिले में किए गए कार्यों का जिक्र किया और मुलायम के नाम पर वोट मांगे। रैली में काम बोलता है नारे के भरोसे चुनावी नाव पार करने की तैयारी में लगे अखिलेश और उनकी सरकार का नाम नहीं लिया गया। मुलायम ने चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश का यह चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। खासतौर से मेरे और शिवपाल सिंह के लिए। उन्होंने कहा, ‘विशेष परिस्थितियों में शिवपाल सिंह को जीत दिलानी है । सपा के बारे में जो भूमिका लिखी गयी है, उस पर नहीं जाना।’
रैली में पहुंचे मुलायम का समर्थकों ने भव्य स्वागत किया। युवा समर्थकों ने मुलायम सिंह यादव को गदा भेंट की। समर्थकों ने शिवपाल सिंह यादव को तलवार दी। रैली खत्म होने के बाद मंच से उतरते मुलायम सिंह से आशीर्वाद लेने और ज्ञापन देने वालों की भीड़ लग गई। मुलायम ने भी लोगों को निराश नहीं किया और ज्ञापन लेने के साथ आशीर्वाद भी दिया।