देश के दो राज्यों में चुनाव होने वाला है। इसमें बंगाल और असम शामिल है। आगामी चुनाव की तैयारियां सभी पार्टियां तेजी से कर रही हैं। बंगाल विधानसभा चुनाव बीजेपी के लिए काफी अहम है। पार्टी किसी भी हालत में ममता को ध्वस्त करना चाहती है। बंगला चुनाव में जीत हासिल करने के लिए बीजेपी के दिग्गज नेता मैदान में हैं। इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह शामिल हैं।
सभा में 2 लाख लोगों की संख्या
बंगाल की जनता का ध्यान अपनी तरफ करने के लिए पीएम मोदी खुद चुनावी मैदान में उतर गए हैं। असम की धरती हल्दिया से पीएम मोदी ने चुनावी तैयारियों का आगज किया है। असम से ही पीएम ने बंगाल की जनता को भी संबोधित किया साथ ही प्रधानमंत्री को देखने के लिए 2 लाख से अधिक लोग उनकी सभा में पुहंचे थे।
हल्दिया से पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल और असम को बड़ी सौगात दी है। बीपीसीएल की ओर से निर्मित एलपीजी इंपोर्ट टर्मिनल को राष्ट्र को समर्पित किया। इसके अलावा प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा प्रोजेक्ट के तहत दोभी-दुर्गापुर नेचुरल गैस पाइपलाइन सेक्शन को भी राष्ट्र को समर्पित किया।” हल्दिया रिफाइनरी के अलावा पीएम मोदी दूसरी परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया।
ममता बनर्जी कार्यक्रम में नहीं हुईं शामिल
हल्दिया में पीएम मोदी सरकारी कार्यक्रम का उद्घाटन करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी प्रोग्राम में शामिल होने के लिए न्योता भेजा गया था। लेकिन ममता वहां नहीं पहुंची, बता दें कि सरकारी प्रोटोकॉल के मुताबिक यहां पर राज्य के मुख्यमंत्री को बुलाया जाता है जिसके तहत ममतो को न्योता भेजा गया था लेकिन इस समय दीदी बीजेपी से नाराज चल रही हैं।
गौरतलब है कि, 23 जनवरी को विक्टोरिया हॉल में जैसे ही ममता के बोलने की बारी आई। कार्यक्रम में मौजूद कुछ लोगों ने जय श्रीराम का नारा लगा दिया। इससे ममता बनर्जी बेहद भड़क गईं और भाषण देने से ही इनकार कर दिया। ममता ने पीएम के सामने ही अपने गुस्से का इजहार कर दिया और कहा कि सरकारी कार्यक्रम में इस तरह बुलाकर बेइज्जती करना ठीक नहीं है।
पीएम मोदी ने ममता पर बोला हमला
पश्चिम बंगाल में सभा करने के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि, पश्चिम बंगाल की स्थिति का सबसे बड़ा कारण है यहां की राजनीति, यहां विकास वाली राजनीति नहीं हो पाई। पहले कांग्रेस ने शासन किया तो भ्रष्टाचार का बोलाबाला रहा। लेफ्ट के शासनकाल में भ्रष्टाचार और अत्याचार का बोलबाला हुआ और विकास ठप पड़ गया. जिसके बाद ममता ने परिवर्तन का वादा किया, लोगों ने भरोसा किया।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में उत्तराखंड के चमोली में हुई घटना का भी जिक्र किया है। पीएम मोदी ने कहा कि, “उत्तराखंड का हौसला आपदा को मात दे सकता है। वहां लोगों को बचाने के काम जारी है। रेस्क्यू का काम तेजी से चल रहा है। उत्तराखंड में ऐसे परिवार मुश्किल से मिलते हैं जिनका कोई न कोई सदस्य फौज में न हो। यानि वहां के लोगों का हौसला, किसी भी आपदा को मात दे सकता है। वहां के लोग के लिए मैं प्रार्थना कर रहा हूं, बंगाल प्रार्थना कर रहा है, देश प्रार्थना कर रहा है।”