भारतीय नौसेना की हिन्द महासागर में बढती ताकत से पाकिस्तान बौखला उठा है। पाकिस्तान सरकार के विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने एक बार फिर भारत पर आरोप लगाते हुए कहा कि भारत के हिंद महासागर में परमाणु परीक्षण से पूरा क्षेत्र अस्थिर होगा और भविष्य में इस खतरे के बढने की संभावना भी जताई है। अजीज कराची में “हिंद महासागर क्षेत्र में रणनीतिक संभावना 2030 और उससे आगे-बढ़ती चुनौतियां और रणनीति” विषय पर आयोजित एक अन्तराष्ट्रीय कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।
अजीज ने आगे बोले हुए कहा, ‘हिंद महासागर की सुरक्षा पाकिस्तान के लिए काफी महत्व रखती है। समुद्र के रास्ते ही पाकिस्तान का 95 फीसदी कारोबार होता है। हमें हिंद महासागर की आर्थिक क्षमताओं का अंदाजा है और हम हिंद महासागर में अपनी क्षमताओं को और मजबूत करने पर ध्यान देंगे। यह महासागर दुनिया के 30 से ज्यादा देशों को समुद्र तट मुहैया कराता है। यह ना केवल एशिया के अहम इलाकों से संपर्क स्थापित करता है, बल्कि दक्षिणी एशिया, मध्य-पूर्व और अफ्रीका के लिए भी संपर्क का मुख्य सूत्र है। यह ऑस्ट्रेलिया को यूरोप से जोड़ता है। सभी पक्षों के बीच सुरक्षा को लेकर नियमित रूप से बातचीत होनी चाहिए, क्योंकि यह बेहद महत्वपूर्ण है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान इससे पहले भी भारत पर आरोप लगाता रहा है। अभी कुछ दिन पहले ही पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता नफीस जकारिया ने भारत पर गुप्त परमाणु शहर बनाने का आरोप लगाया था। भारत की तरफ से इस बयान का खंडन करते हुए इसे बेबुनियाद और असली मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए पाकिस्तान का नया हथकंडा करार दिया गया था। इससे पहले पाकिस्तान के इस्लामाबाद स्थित एक संस्था ने अपनी रिपोर्ट में भारत द्वारा 356-492 परमाणु बम बनाने की सामग्री तकनीक और क्षमता होने की बात कही थी।