G20 In India: भारत की अध्यक्षता में वैश्विक संगठन जी20 का शिखर सम्मेलन इस बार होने वाला है। इसके लिए तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। वहीं, इससे पहले देश में जी20 की कई छोटी व बड़ी बैठकों को भी आयोजित किया जा रहा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया था कि भारत में जी20 की 200 बैठके होनी हैं, जो अपने तय समयानुसार देश के विभिन्न राज्यों व उनके शहरों में आयोजित भी हो रही हैं। इसमें देश-विदेश के जी20 डेलिगेट्स समेत कई लोग भी शामिल हो रहे हैं।
वहीं, जी20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की बैठक 24-25 फरवरी को बेंगलुरु में होने जा रही है। इसकी विस्तृत जानकारी वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव अजय सेठ ने दी है।
G20 In India: वित्त मंत्री और आरबीआई के गवर्नर करेंगे एफएमसीबीजी बैठक की अध्यक्षता- अजय सेठ
भारत में जी20 की कई बैठकों को तय समय के अनुसार आयोजित किया जा रहा है। वहीं, भारत की प्रेसीडेंसी के तहत पहली G20 वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक गवर्नर्स (FMCBG) की बैठक 24-25 फरवरी, 2023 को बेंगलुरु में आयोजित किया जा रहा है। वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव अजय सेठ ने जानकारी देते हुए बताया कि यह दो दिवसीय बैठक कर्नाटक के बेंगलुरु में होंगी। इस दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर डॉ. शक्तिकांत दास संयुक्त रूप से इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
मिली जानकारी के अनुसार, G20 FMCBG बैठक से पहले 22 फरवरी 2023 को G20 फाइनेंस और सेंट्रल बैंक डेप्युटी (FCBD) की बैठक होगी, जिसकी सह अध्यक्षता अजय सेठ, सचिव (आर्थिक मामले) और आरबीआई के डिप्टी गवर्नर डॉ. माइकल डी. पात्रा करेंगे। वहीं, इसका उद्घाटन केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर करेंगे।
बैठक में इन मुद्दों पर होगी विस्तृत चर्चा
G20 FMCBG बैठक में वित्त मंत्री और G20 सदस्यों के केंद्रीय बैंक गवर्नर, आमंत्रित सदस्य और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रमुख भाग लेंगे। बैठक में कुल 72 प्रतिनिधिमंडल शामिल होंगे। प्राप्त जानकारी के अनुसार, भारतीय प्रेसीडेंसी ने बैठक के एजेंडे को इस तरह से डिजाइन किया है जो कुछ प्रमुख वैश्विक आर्थिक मुद्दों को संबोधित करने के लिए व्यावहारिक और सार्थक दृष्टिकोण पर मंत्रियों और गवर्नर के बीच विचारों के सार्थक आदान-प्रदान को बढ़ावा दे सकता है।
बैठक 24-25 फरवरी को तीन सत्रों में होगी, जिसमें 21वीं सदी की साझा वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए बहुपक्षीय विकास बैंकों को मजबूत करने, लचीले, समावेशी और टिकाऊ ‘भविष्य के शहरों’ के लिए वित्तपोषण, डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर का लाभ उठाने जैसे मुद्दों को शामिल किया जाएगा। वित्तीय समावेशन और उत्पादकता लाभ को आगे बढ़ाने के लिए सत्र वैश्विक अर्थव्यवस्था, वैश्विक स्वास्थ्य और अंतर्राष्ट्रीय कराधान से संबंधित मुद्दों को भी कवर करेंगे।
बताया गया कि इस बैठक में चर्चा का उद्देश्य 2023 में G20 वित्त ट्रैक के विभिन्न कार्यप्रवाहों के लिए एक स्पष्ट जनादेश प्रदान करना है। वहीं, इन बैठकों में शामिल होने वाले मंत्रियों, गवर्नरों और डेलिगेट्स के लिए कई अतिरिक्त कार्यक्रमों की भी योजना बनाई गई है, जिनमें डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर, क्रिप्टो संपत्ति पर नीतिगत दृष्टिकोण और सीमा पार भुगतान प्रणाली की भूमिका जैसे विषय शामिल हैं।
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