नींद न आने का सबसे पहला और बड़ा कारण तनाव होता है, तनाव के अनेको कारण हो सकते है। और यह एक प्रकार की बीमारी जिसे इंसोम्निया कहते है, साथ ही इसके कुछ लक्षण है, जैसे- रात में सोने में कठिनाई, रात के दौरान जागना, दैनिक कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने में समस्या, नींद और थकावट, बहुत जल्दी उठना।
पांच हफ्ते के एक्यूप्रेशर ट्रीटमेंट से अनिद्रा को भगाएं
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ नर्सिंग स्टडीज के एक पब्लिश रिसर्च के अनुसार, एक्यूप्रेशर ट्रीटमेंट से पांच सप्ताह के बाद ही अनिद्रा से परेशान मरीजों की हालत में सुधार देखा गया। रिसर्च में कुल 25 मरीजों की भागीदारी थी। मेनोपॉज जर्नल में पब्लिश 2011 की रिसर्च में खोजा और पाया कि मेनोपॉज स्थिति वाली 45 महिलाओं में जिन्हें नींद न आने की परेशानी थी, उनको एक्यूप्रेशर ट्रीटमेंट देने के बाद नींद में सुधार हुआ।
- स्पिरिट गेट पॉइंट

• यह पॉइंट कनिष्ठ से सीधे हथेली के तरफ होता है।
• उस जगह पर हल्के हाथों से ऊपर से नीचे की तरफ अथवा गोलाई में दबाव डालें।
• दो से तीन मिनट तक ऐसा ही करें। कुछ सेकंड के लिए इस पॉइंट को दबा कर रखें।
• इसी विधि को दूसरे हाथ में अपनाएं।
- थ्री यिन इंटरसेक्शन पॉइंट

• थ्री यिन इंटरसेक्शन पॉइंट पैर में एंकल जवाइन्ट से 4 उंगली ऊपर स्थित होता है।
• अब इस पर थोड़ा गहरा दबाव डालें। इसे भी गोलाकर अथवा ऊपर से नीचे की तरफ से 4 से 5 सेकंड तक दबाएं।
• गर्भवती महिलाएं कभी भी इस पॉइंट को ना दबाएं।
- बब्लिंग स्प्रिंग पॉइंट

• यह पॉइंट पैर के तलवे में स्थिर होता है।
• पीठ के बल लेट कर, घुटनों को मोड़ लें।
• और अंगूठे और उंगलियों को मोड़ें।
• अब गड्ढे वाले स्थान पर कुछ मिनट के लिए गोलाई में या फिर ऊपर-नीचे की तरफ दबाएं।
- इनर फ्रंटियर गेट

- यह कलाई के दोनों मुख्य नशों के बीच में होता है।
- हाथ को सीधा करें जिसमें हथेली ऊपर की तरफ हो।
- कलाई से तीन उंगली नीचे दोनों नसों के बीच में पॉइंट विहित करें।
- अब इस निर्धारित पॉइंट पर गोलाई में अथवा ऊपर और नीचे की तरफ दबाव डालें।
- विंड पूल पॉइंट

• विंडपूल पॉइंट्स गर्दन के ठीक पीछे गर्दन की मांसपेशियों को खोपड़ी से जोड़ने वाले स्ट्रक्चर पर होते हैं।
• हाथों की उंगलियों को मोड़कर अंगूठे को बाहर निकाल ले।
• अब अंगूठों द्वारा निर्धारित पॉइंट्स पर गोलाकार अथवा ऊपर-नीचे की ओर 4 से 5 सेकंड तक दबाव डालें। इससे नींद आने में सुविधा मिलेगी ।