Dr.S.Jaishanker: विदेशी मामलों के मंझे खिलाड़ी, पूर्व नौकरशाह और अब राजनीतिज्ञ, जी हां हम बात करने जा रहे हैं, देश के विदेश मंत्री डॉ.एस जयशंकर की। डॉ.एस जयशंकर किसी परिचय के मोहताज नहीं।एक नौकरशाह के तौर पर अपना करियर शुरू करने वाले जयशंकर आज देश का शक्तिशाली पद बड़ी ही बखूबी के साथ निभा रहे हैं।डॉ.एस जयशंकर आज यानी 9 जनवरी को अपना 67वां जन्मदिन मना रहे हैं। अक्सर कूटनीति, विदेशी संबध और कम बोलने वाले डॉ.एस जयशंकर आज इंदौर में एक अलग ही रंग में नजर आए।
मौका था इंदौर में चाट की मशहूर दुकान नंबर- 56 पर चाट के मजे लेने का।डॉ.एस जयशंकर का चाट के चटखारे लेने का वीडियो आज सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसे देखकर लोग उन्हें बर्थडे की शुभकामनाएं देने के साथ ही उनके इस खास अंदाज को खूब पसंद भी कर रहे हैं।
Dr.S.Jaishanker: जानिए डॉ.एस जयशंकर के बारे में अनसुनी बातें

जानकारी के अनुसार लगभग 3 तीन दशक तक डॉ.एस जयशंकर विदेश सचिव रहने के साथ ही अमेरिका, चीन, चेक गणराज्य में भारत के राजदूत और सिंगापुर में भारत के उच्चायुक्त पद पर काम कर चुके हैं। बहुत कम लोगों को मालूम होगा कि देश के प्रमुख सामरिक विश्लेषक रह चुके दिवंगत
के. सुब्रमण्यम के पुत्र डॉ.एस जयशंकर ऐतिहासिक भारत-अमेरिका परमाणु समझौते के लिए बातचीत करने वाली भारतीय टीम के एक प्रमुख सदस्य थे।
इस समझौते के लिए 2005 में शुरुआत हुई थी और 2007 में मनमोहन सिंह की अगुवाई वाली संप्रग सरकार ने इस पर हस्ताक्षर किए थे। मनमोहन सिंह के नेतृत्व में जयशंकर संयुक्त सचिव (अमेरिका) भी रह चुके हैं।
जानकारी के अनुसार जनवरी 2015 में डॉ.एस जयशंकर को विदेश सचिव नियुक्त किया गया।हालांकि उस दौरान सुजाता सिंह को हटाने के मोदी सरकार के फैसले को लेकर विभिन्न तबकों ने तीखी प्रतिक्रिया सुनने को मिली थी।
सुजाता को उनका कार्यकाल पूरा होने के 6 माह पूर्व ही हटा दिया गया था।ऐसा माना जाता है कि सितंबर 2014 में प्रधानमंत्री के रूप में अपनी पहली अमेरिका यात्रा के दौरान नरेंद्र मोदी डॉ.एस जयशंकर से काफी प्रभावित हुए थे।
Dr.S.Jaishanker: 6 भाषाओं में पारंगत हैं डॉ.एस जयशंकर
Dr.S.Jaishanker: विदेश मंत्री डॉ.एस जयशंकर 6 विदेशी भाषाओं में पारंगत हैं। वह ब्यूरोक्रेट्स के परिवार से ताल्लुक रखते हैं। यही कारण है ज्यादातर समय उनके परिवार का ठिकाना दिल्ली रहा। वे मूल रूप से तमिल हैं। जयशंकर को अंग्रेजी, हिंदी और तमिल के अलावा रूसी, जापानी और हंगेरियन भाषा भी आती है। मात्र 24 वर्ष की आयु में आईएफएस अधिकारी बन गए थे। चीन में भारत के सबसे लंबे समय तक राजदूत के तौर पर अपनी सेवाएं देते रहे।
Dr.S.Jaishanker: जेएनयू में शोभा को दे बैठे अपना दिल

डॉ.एस जयशंकर एडमिशन तो दिल्ली आईआईटी में लेना चाहते थे, लेकिन पास ही जेएनयू में भीड़ देखने पहुंच गए और एडमिशन लेकर लौटे। यहां उनकी मुलाकात अपनी पहली पत्नी शोभा से हुई। बाद में दोनों ने शादी कर ली, लेकिन कैंसर की वजह से शोभा ने दुनिया को अलविदा कह दिया।इसके बाद इनकी जिंदगी ने करवट बदली और डॉ.एस जयशंकर ने दूसरी शादी जापान में जन्मी क्योको सोमेकावा के साथ की।
क्योको और जयशंकर का जन्मदिन एक ही तारीख यानी 9 जनवरी को आता है। शादी के बाद क्योको ने हिंदू धर्म अपना लिया। अब वे तीन बच्चों ध्रुव, अर्जुन और बेटी मेधा की मां हैं। बेटी मेधा लॉस एंजिलिस में फिल्म डायरेक्टर हैं।
Dr.S.Jaishanker: पाक नेता इमरान खान भी कर चुके हैं तारीफ
Dr.S.Jaishanker: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान भी डॉ.एस जयशंकर की प्रतिभा के कायल हैं। उन्होंने लाहौर में आयोजित एक रैली के दौरान भारतीय विदेश मंत्री का एक वीडियो चलाया और भारत की जमकर तारीफ की। उन्होंने रूस से सस्ता तेल खरीदने पर अमेरिकी दबाव के सामने भारत के मजबूती से खड़े होने के लिए जयशंकर की तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह बताता है कि आजाद देश क्या होता है और अपनी सरकार की विदेश नीति को कोसा।
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