Air Quality Index: दुनिया के सबसे ठंड इलाकों, एशिया-साइबेरिया के इलाकों से लाखों किलोमीटर की यात्रा पूरी भारत पहुंच चुके हैं विदेशी परिंदे। बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी यमुना पहुंच गए हैं। लेकिन वे यहां ज्यादा दिन टिकने से गुरेज कर रहे हैं, दरअसल लगातार खराब होती आबोहवा उन्हें रास नहीं आ रही है। हाल में वेटलैंड इंटरनेशनल की तरफ से जारी रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया है।
पर्यावरणविदों के अनुसार ये देखने में आया है कि प्रवासी पक्षियों की संख्या में इजाफा हुआ है, लेकिन ये लंबे समय यहां ठहरने की बजाय एक सप्ताह बाद ही यहां से पलायन करने लगे हैं। यमुना में वजीराबाद से लेकर निजामुददीन बैराज, ओखला बैराज और यमुना बायोडाइविर्सिटी पार्क में भी इस बात पर गौर किया गया।इसके साथ ही जल पक्षियों की गणना भी की गई।

Air Quality Index : ब्लैक हेडड गल अठखेलियां खेलतीं दिखीं
इस समय यमुना में पहुंचे मेहमान पक्षियों में मध्य एशिया से बड़ी तादाद में ब्लैक हेडड गल को देखा गया है।सफेद रंग के इस पक्षी का सिर ही सिर्फ काला होता है।जानकारी के अनुसार एक प्रजाति इसकी ब्राउन सिर वाली भी होती है।
Air Quality Index: 27 प्रजातियों के कुल 2451 पक्षी पहुंचे
इस वर्ष यहां 27 प्रजातियों के कुल 2451 पक्षियों को देखा गया है। यह संख्या पिछले साल की तुलना में ज्यादा है। उस दौरान यहां 24 प्रजातियों के 2052 पक्षी मिले थे। मसलन ब्लैक विंग स्टिल्ट आदि।हालांकि परंपरागत टिटिहरी की तादाद में कमी आई है।
Air Quality Index: पक्षियों के जल्द जाने की वजह
दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर बेहद खराब हो चुका है। दूसरा खाद्य पदार्थों में कमी आई है। ग्लोबल वार्मिंग और सर्दी का देरी से शुरू होना ये ऐसे कारण हैं, जिनके चलते प्रवासी पक्षी अब दिल्ली में ज्यादा दिनों तक पड़ाव नहीं डालते हैं।
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