अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, गो, गंगा समेत अन्य मुद्दों पर विश्व हिन्दू परिषद की दो दिवसीय धर्म संसद आज से शुरू हो गई है। इस धर्म संसद से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कुंभ क्षेत्र पहुंचे और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और स्वामी निश्चलानंद सरस्वती से मुलाकात की।
सीएम से मुलाकात के बाद पूरी पीठाधीश्वर स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने बताया कि योगी आदित्यनाथ उनके पास राम मंदिर के लिए समर्थन मांगने आए थे।
मोहन भागवत ने कहा- “हिंदुओं की भावनाओं का ख्याल नहीं रखा गया है। सबरीमाला में महिलाओं के साथ भेदभाव का कोई मामला नहीं है। कोर्ट ने फैसला तो सुना दिया, लेकिन इससे करोड़ों हिंदुओं की भावनाएं और सम्मान आहत हुआ है। हिंदू धर्म को ठेस पहुंचाने की साजिश चल रही है।
उन्होंने आगे कहा कि “राजनीतिक विवाद के कारण समाज को तोड़कर वोट अपनी तरफ करन चाहते हैं। अयप्पा केवल केरल के हिंदुओं के भगवान नहीं हैं, यह सभी हिंदुओं के भगवान हैं। उन्होंने कहा, इस आंदोलन में पूरा हिंदू समाज शामिल है। अयप्पा के भक्त हिंदू समाज के सभी नागरिक हैं। संपूर्ण देश में हमें वस्तुस्थिति बताकर लोगों को जागरूक करना होगा। हिंदुओं के खिलाफ षडयंत्र चल रहा है।”
बता दें कि कल यानि बुधवार को शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के 21 फरवरी को शिलान्यास करने की घोषणा के बाद राम मंदिर निर्माण को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है।