हनीमून के नाम पर मौत का जाल: सोनम ने रचाया पति राजा रघुवंशी की हत्या का खौफनाक प्लान, मेघालय पुलिस ने किया पर्दाफाश

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हनीमून पर ही सोनम रघुवंशी ने कराया पति राजा का कत्ल
हनीमून पर ही सोनम रघुवंशी ने कराया पति राजा का कत्ल

इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में मेघालय पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने इस मामले में राजा की पत्नी सोनम सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मेघालय के डीजीपी ने बताया कि इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए पैसे देकर हत्यारे बुलाए गए थे।

डीजीपी आई नोंग्रांग ने कहा, “एक आरोपी को उत्तर प्रदेश से पकड़ा गया, जबकि दो अन्य को इंदौर से एसआईटी ने हिरासत में लिया।” उन्होंने आगे बताया, “सोनम ने उत्तर प्रदेश के नंदगंज थाने में आत्मसमर्पण किया था, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया।”

टूर गाइड ने दी अहम जानकारी

शनिवार, 07 जून 2025 को एक टूर गाइड ने पुलिस को बताया कि जब इंदौर का यह नवविवाहित जोड़ा मेघालय के सोहरा इलाके में लापता हुआ, तब उनके साथ तीन अन्य लोग भी मौजूद थे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की कि गाइड ने यह सूचना पुलिस को दी थी।

मेघालय के मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर दी जानकारी

मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा ने ट्वीट करते हुए कहा कि राजा रघुवंशी हत्याकांड में मेघालय पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। तीन हमलावरों को गिरफ्तार किया जा चुका है। महिला ने आत्मसमर्पण कर दिया है और एक अन्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।

जानिए पूरा मामला

राजा रघुवंशी और सोनम की शादी 11 मई 2025 को हुई थी। इसके बाद वे हनीमून के लिए शिलांग रवाना हुए। 20 मई को वे मेघालय पहुंचे और 23 मई को उन्होंने परिवार से आखिरी बार बात की। इसके बाद दोनों के मोबाइल फोन बंद हो गए।

इस कपल की किराए पर ली गई स्कूटी सोहरारिम इलाके में लावारिस हालत में बरामद हुई। फिर 2 जून को वेई सॉडोंग झरने के पास एक खाई में राजा रघुवंशी का सड़ा-गला शव मिला। इसके बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया। पत्नी सोनम का कोई सुराग न मिलने पर परिवार को अपहरण या मानव तस्करी की आशंका होने लगी।

अब क्या है स्थिति

राजा रघुवंशी इंदौर में ट्रांसपोर्ट कारोबारी थे। शादी के कुछ ही दिनों बाद उनकी हत्या हो गई। उनके शव की बरामदगी के बाद पुलिस लगातार सोनम की तलाश कर रही थी। अब सोनम की गिरफ्तारी गाजीपुर में हुई है। इससे उम्मीद की जा रही है कि अब यह साफ हो पाएगा कि उस दिन शिलांग में क्या हुआ था और राजा की हत्या किन परिस्थितियों में की गई थी।