आखिरकार पुलिस प्रशासन ने अपना एक बेहतरीन पुलिस ऑफीसर खो दिया। कानपुर के आईपीएस सुरेंद्र दास ने अस्पताल में आखिरी सांसें ली, डॉक्टर लाख कोशिशों के बावजूद भी उन्हें बचा नहीं पाए। बता दें कि कानपुर के पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) के पद पर तैनात रहे भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी सुरेंद्र कुमार दास जहरीला पदार्थ खाने के कारण करीब चार दिनों तक चली मौत से जंग आज आखिरकार हार गए। रविवार दोपहर अस्पताल में ही उनकी मौत हो गई। पांच दिन से उनका इलाज अस्पताल में चल रहा था लेकिन डॉक्टर उनको बचाने में नाकामयाब रहे। सीएम योगी आदित्यनाथ और प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने दास के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। ओम प्रकाश सिंह ने कल अस्पताल जाकर दास का हाल लिया था।
Extremely saddened by the untimely & unfortunate demise of young & hard working IPS officer Surendra Das. I pray for a heavenly abode for the departed soul & condolences for the bereaved family. pic.twitter.com/yeK0EOGj87
— DGP UP (@dgpup) September 9, 2018
जैसा कि उन्होंने अपनी मौत से पहले लिखी चिट्ठी में साफ किया है कि उनकी मौत की वजह किसी को न माना जाए। तब भी पुलिस उनकी पूछताछ में जुटी है। गौरतलब है कि पारिवारिक उलझनों के चलते बीते मंगलवार को कानपुर के एसपी पूर्वी सुरेंद्र दास ने जहरीला पदार्थ खा लिया था। उनके इलाज के लिए मुंबई से डाक्टर प्रनव ओझा की देखरेख में तीन डाक्टरों की टीम लगाई गई थी।
आईपीएस सुरेंद्र ने अपने चिट्ठी में अपनी पत्नी का नाम लेते हुए अपने प्यार का इजहार किया था। सुरेंद्र दास लिखते हैं कि वो अपनी पत्नी से बेहद प्यार करते हैं। दास अपने सुसाइड नोट में लिखते हैं कि रवीना आई एम नॉट लायर। पुलिस को दास के घर से सुसाइड नोट बरामद हुआ था। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में किसी को दोषी नहीं ठहराया है। उन्होंने घरेलू झगड़ों का केवल जिक्र किया है।