लोकतंत्र में नेताओं को विरोधी शह या मात देंगे ये जनता तय करती है। जनतंत्र में लोग विचार तंत्र ही निर्णय सुनाता है। लेकिन, जीत के दावे के रथ पर सवार कांग्रेस के एक नेता ने जीत के लिये ऐसा पत्र लिखा है जिसे सुनकर आप भी दंग रह जायेंगे। चुनावी जंग में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पटकनी देने को आतुर सूबे के कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने जनता के मत के पहले एक अजीबो-गरीब मांग वाला पत्र लिखा है।
क्या कमलनाथ की सुनेंगे भगवान महाकाल?
कमलनाथ ने ये पत्र भगवान को लिखा है। कमलनाथ ने भगवान महाकाल के चरणों में पत्र भिजवाया है। उस भगवान महाकाल को जहां से बीजेपी नेता और सूबे के सीएम शिवराज सिंह चौहान जनआशीर्वाद यात्रा शुरु करने जा रहे हैं। इसके पहले कमलनाथ ने शुक्रवार को उज्जैन के बाबा महाकाल को पत्र लिखकर गुहार लगाई है कि, ‘मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आशीर्वाद देने की बजाय उन्हें उनके धोखा और छल का फल देने का समय आ गया है क्योंकि शिवराज सिंह चौहाव किसानों, बेरोजगारों को उनका हक देने की बजाय मतदाताओं को धार्मिक आस्था के नाम पर ठगने का खेल खेलने की तैयारी में है, ऐसे में बाबा महाकाल जनता को आशीर्वाद देकर उसे शिवराज के कुशासन से मुक्ति दिलाएं।‘
महाकाल की पूजा के बाद सीएम की रथयात्रा का शुभारंभ
कमलनाथ साहब की ये अजीबो-गरीब गुहार ऐसे ही नहीं है। दरअसल, 14 जुलाई यानि आज से सीएम शिवराज सिंह चौहान बाबा महाकाल के दरबार से ही जन आशीर्वाद यात्रा शुरू कर रहे हैं। वह भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेने के बाद ही जनता के बीच जाएंगे।
महाकाल के दरबार से अमित शाह दिखाएंगे हरी झंडी
सीएम शिवराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में शनिवार से जन आशीर्वाद यात्रा शुरू करने जा रहे हैं।यह यात्रा प्रदेश के सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में जाएगी। वहीं कांग्रेस 18 जुलाई से पोल खोल यात्रा शुरू करेगी। इस यात्रा को कमलनाथ तराना में हरी झंडी दिखाएंगे और सीएम जहां-जहां रथ लेकर पहुंचेंगे, पीछे-पीछे कांग्रेस भी उनके विरोध में पोल-खोल रथ लेकर घूमेगी।
बाबा महाकाल जानते हैं राजनीतिज्ञों की हर नब्ज
ऐसे में सवाल यही है कि, कमलनाथ के हाथों महाकाल को लिखे पत्र का मतलब सियासी नहीं तो और क्या है? अगर ऐसा नहीं होता तो उन्हें बीजेपी के विरोध में पोल-खोल रथ लेकर घूमने की नौबत ही नहीं आती।वैसे भी त्रिकालदर्शी बाबा महाकाल राजनीतिज्ञों के हर नब्ज को भलीभांति जानते हैं।