VVS Laxman: 13 मार्च 2001, मंगलवार का दिन। भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया सीरीज का यह दूसरा टेस्ट मैच, जो कोलकाता स्थित ईडन गार्डन्स में खेला जा रहा था। टेस्ट मैच के तीसरे दिन सदगोप्पन रमेश और शिव सुंदर दास बैटिंग कर रहे थे। अचानक 30 रन बनाकर रमेश आउट हो गए। ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर शेन वॉर्न ने टीम इंडिया को ये झटका दिया था। हालांकि रमेश और दास ने 52 रन टीम के लिए जोड़ लिए थे।
दरअसल, स्टीव वॉ की शतकीय पारी की बदौलत इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 445 का स्कोर खड़ा किया था। जवाब में टीम इंडिया अपनी पहली पारी में महज 171 रन ही बना पाई थी। फिर क्या था ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने टीम इंडिया से कहा कि वह फॉलो ऑन करे। फॉलो ऑन करते हुए भारत को रमेश का विकेट गंवाना पड़ा था। अब सबकी नजर इस ओर थी कि बल्लेबाजी करने कौन आता है। लेकिन लोगों ने जो देखा वह हैरान करने वाला था। दरअसल कप्तान सौरव गांगुली ने वीवीएस लक्ष्मण को बैटिंग करने भेजा था। ये फैसला गांगुली ने इसलिए लिया था क्योंकि पहली पारी में लक्ष्मण ने सर्वाधिक रन बनाए थे।
दास और VVS Laxman बल्लेबाजी करने लगे। दोनों ने 45 रन जोड़े ही थे कि गिलेस्पी की गेंद पर दास ने खुद को हिट विकेट कर लिया। इसके बाद बैटिंग करने आए सचिन तेंदुलकर, लेकिन वे भी ज्यादा देर नहीं टिक सके और 10 रन बनाकर अपना विकेट गिलेस्पी को दे बैठे। 115 रन पर टीम इंडिया ने 3 विकेट गंवा दिए थे। अब गांगुली ने खुद पारी संभाली।
गांगुली और VVS Laxman अच्छी बैटिंग कर रहे थे। दोनों ने टीम इंडिया के लिए 100 रन से अधिक जोड़ लिए थे। तभी गेंदबाजी करने ग्लेन मैकग्रा आ गए। अपने ओवर की चौथी गेंद पर उन्होंने गांगुली को आउट कर दिया। अब बल्लेबाजी करने उतरे राहुल द्रविड़। फिर जो हुआ वह इतिहास में दर्ज है। तीसरा दिन खत्म होते-होते लक्ष्मण ने अपना शतक पूरा किया।
14 मार्च को चौथे दिन का खेल द्रविड़ और VVS Laxman की ऐतिहासिक साझेदारी का गवाह रहा। लक्ष्मण ने अपना दोहरा शतक पूरा किया। इसके बाद वे खेलते रहे और सुनील गावस्कर के 236 रन का रिकॉर्ड तोड़ दिया। लक्ष्मण टेस्ट मैच की एक पारी में सर्वाधिक रन स्कोर करने वाले भारतीय बन गए थे। द्रविड़ ने भी अपना शतक पूरा किया। दिन खत्म होते-होते दोनों ने इंडिया के लिए 337 रन जोड़े। ऑस्ट्रेलिया के लिए यह दिन निराशा से भरा रहा। उनके हाथ एक विकेट नहीं लग सका था।
पांचवें दिन के पहले सेशन में द्रविड़ और VVS Laxman बल्लेबाजी कर रहे थे। दोनों ने कुछ रन ही जोड़े थे कि मैकग्रा ने लक्ष्मण को 281 के निजी स्कोर पर आउट कर दिया। लक्ष्मण आउट हुए तो स्कोर 608 था। जब वे आए थे तो स्कोर 52 था। इससे ही आप अंदाजा लगा सकते हैं कि लक्ष्मण की इस पारी की क्या भूमिका थी। उन्होंने 10 घंटे से भी अधिक समय तक बैटिंग की थी। इस पारी में उन्होंने 44 चौके लगाए।
बाद में टीम इंडिया ने 657 के स्कोर पर पारी घोषित कर दी। हरभजन सिंह ने अपनी गेंदबाजी से मेहमान टीम को 212 पर ही समेट दिया और ये मैच इंडिया ने 171 रन से जीत लिया।
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