Morbi bridge Collapse: गुजरात के मोरबी ब्रिज पर रविवार को हुए हादसे के बाद एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। जिसके बाद लोगों द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि पुल गिरने का कारण कुछ लड़कों के झुंड द्वारा केबल को पैरों से मारने से हुआ है। सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि ब्रिज तोड़ा गया हैं। यह दुर्घटना नहीं षड्यंत्र हैं। लेकिन रिपोर्टस के मुताबिक सामने आया है कि यब वीडियो 10 महीने पुराना है। इस वीडियो का कल हुए हादसे से कोई लेना-देना नहीं है।
Morbi bridge Collapse: Gujarat के मोरबी में पुल पर हुए हादसे से पहले का वीडियो वायरल
लेकिन इतने बड़े हादसे के बाद यह सवाल उठाए जा रहे हैं कि जब पुल पर लोगों की जाने की क्षमता 100 थी तो 400 से 500 लोग वहां कैसे गए? वहीं 7 महीने से बंद ब्रिज जिसपर मरम्मत का इतना समय लगा। जिसे 25 अक्टूबर को ही लोगों के लिए खोला गया था। वह टूट कैसे गया? यह सब सवाल हादसे में गंभीर जांच की ओर नजर डाल रहे हैं। ब्रिज मरम्मत करने और जांच कर Certificate देने वालों की भूमिका इस समय संदिग्ध बनी हुई है।

बता दें कि गुजरात में मोरबी की माचू नदी पर बना यह पुल करीब 150 साल पुराना है। मोरबी के इस ऐतिहासिक पुल का निर्माण महाराजा वाघजी ठाकोर ने 1887 में करवाया था। इस ब्रिज की कुल लंबाई 765 फीट और चौड़ाई 4.5 फीट है। कहा जाता है कि महाराज इस पुल का इस्तेमाल महल से शाही दरबार तक जाने के लिए करते थे। 3 दिन पहले 25 अक्टूबर को खुला यह पुल पिछले 7 महीने से मरम्मत के लिए बंद था। पुल को बने अभी कुछ ही दिन हुए थे। तभी यह बड़ा हादसा हो गया।
संबंधित खबरें:
- Morbi Bridge: मोरबी ब्रिज हादसे पर अधिकारी का बड़ा दावा, बगैर अनुमति लिए खोल दिया Bridge, निगम ने जारी नहीं किया था Fitness Certificate
- PM मोदी का गुजरात रोड शो रद्द, मोरबी हादसे में शिकार हुए लोगों से मिलने जा सकते हैं प्रधानमंत्री