केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 की रिपोर्ट जारी कर दी है। इस रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि देश के 25 सबसे अधिक गंदे शहरों में से 19 शहर पश्चिम बंगाल के हैं। मंत्रालय ने एक लाख से अधिक आबादी वाले 500 शहरों की समीक्षा कर 25 सबसे अधिक गंदे शहरों की लिस्ट तैयार की। लिस्ट में पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी, दार्जिलिंग, मध्यमग्राम, श्रीरामपुर, बांकुड़ा समेत सबसे अधिक 19 शहरों का नाम है।. बिहार और उत्तर प्रदेश के भी 3-3 शहर सर्वाधिक गंदे शहरों की सूची में शामिल हैं। लिस्ट में गुजरात के भद्रेश्वर शहर का नाम सबसे नीचे हैं।
केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय की इस रिपोर्ट ने पश्चिम बंगाल सरकार की निर्मल बांग्ला योजना का हवा निकाल दी है। हालांकि तृणमूल काग्रेस ने इसे खारिज करते हुए राजनीति प्रेरित बताया है। दिलचस्प यह है कि इस सर्वे के अनुसार सबसे गंदा राज्य त्रिपुरा है, जहां हाल तक वामपंथी शासन हुआ करता था। सर्वे के अनुसार, स्वच्छता के मामले में पश्चिम बंगाल की रैकिंग बेहद खराब है और वह इस मामले में देश के 30 राज्यों में से 28वें स्थान पर है।
केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने कूड़ा, साफ-सफाई की व्यवस्था, शौचालय और विभिन्न विषयों की समीक्षा कर सूची बनाई है। जनवरी से मार्च महीने के बीच ये समीक्षा की गई थी।
वहीं इंदौर शहर देश का सबसे स्वच्छ शहर है। भोपाल दूसरे स्थान पर तो चंडीगढ़ स्वच्छ शहरों की लिस्ट में तीसरे स्थान पर है। स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 में झारखंड सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों की श्रेणी में अव्वल रहा। इस श्रेणी में महाराष्ट्र दूसरे पायदान पर तो छत्तीसगढ़ तीसरे पायदान पर रहे। पीएम मोदी ने स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 में अलग-अलग श्रेणियों के विजेता शहरों को इंदौर में पुरस्कृत किया।
ब्यूरो रिपोर्ट, एपीएन