Swadesh Tourism Conclave: बालाजी फाउंडेशन के सहयोग से एपीएन न्यूज द्वारा 11 अक्टूबर को विज्ञान भवन में “स्वदेश टूरिज्म कॉन्क्लेव” का आयोजन किया गया है। इस कॉन्क्लेव का विषय “न्यू होराइजन्स” है। वहीं, कॉन्क्लेव का उद्देश्य न केवल देश के स्थापित पर्यटन स्थलों में पर्यटन को बढ़ावा देना है, बल्कि उन स्थानों पर भी है जो नए सुपर हॉटस्पॉट के रूप में उभर रहे हैं, जो एक विशाल राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के लिए खुबसुरत पर्यटन के जगह भी बन रहे हैं। कार्यक्रम में केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री श्रीपद येसो नाईक ने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में इस साल 10 लाख लोगों को नौकरी मिलेगी।
Swadesh Tourism Conclave: सरकार देश में रोजगार के लिए पर्यटन को दे रही है बढ़ावा-श्रीपद नाईक
कार्यक्रम में बोलते हुए, पर्यटन और बंदरगाह राज्य मंत्री श्रीपद नाईक ने कहा कि सरकार पर्यटन क्षेत्र में 10 लाख रोजगार प्रदान करके देश में पर्यटन को बढ़ावा देने की राह पर है। नाइक ने आगे कहा कि इससे महिलाओं को भी रोजगार के अवसर मिलेंगे। पर्यटन राज्यमंत्री ने कहा कि भारत में कश्मीर से कन्याकुमारी तक प्रत्येक क्षेत्र की अपनी विशेषता है।
यहां की संस्कृति विदेशों को प्रभावित करती है। उन्होंने कहा कि देश को कोविड के टाइम में पर्यटन में काफी नुकसान हुआ, लेकिन एक बार फिर भारत इससे उभर रहा है। बता दें कि कोरोना के बाद इसमें 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 2029 तक हम पर्यटन में रोजगार के अधिक से अधिक अवसर लाने का प्रयास कर रहे हैं।
आज भारत का पर्यटन क्षेत्र, चिकित्सा के क्षेत्र में भी आगे बढ़ रहा है।
‘वेडिंग टूरिज्म’ के लिए सरकार से करेंगे बात-नाईक
वेडिंग टूरिज्म को बढ़ावा देने के सवाल पर मंत्री नाईक ने कहा कि ‘वेडिंग टूरिज्म’ बिल्कुल देश को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान निभा रही है। ये किसी को भी नुकसान नहीं देने वाला है। हम भी चाहते हैं कि हमारे देश के लोग बाहर के देशों में शादी करवाने की बजाय अपने देश में ही करें। विदेश से भी लोग हमारे देश में आए। हम इस क्षेत्र में सरकार से बात करेंगे। हम इसपर जरूर काम करेंगे। ‘वेडिंग टूरिज्म’ बहुत आगे जाने वाला क्षेत्र है।
बता दें कि कॉन्क्लेव कोरोना वायरस महामारी के बाद के पर्यटन पर केंद्रित है। यह गोवा, उत्तराखंड और पूर्वोत्तर भारतीय राज्यों जैसे मणिपुर, त्रिपुरा और मेघालय में पर्यटन क्षेत्र और वेडिंग टूरिज्म को बढ़ावा देने पर भी केंद्रित है। कार्यक्रम में केंद्र के पर्यटन मंत्री के साथ-साथ भारतीय पूर्वोत्तर राज्यों के कई पर्यटन मंत्री भी शामिल हैं।
गोवा आपको हर सीजन में लगेगा अच्छा – रोहन खुंटे
वहीं, कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गोवा के पर्यटन मंत्री रोहन खुंटे ने कहा कि 1947 में जब देश आजाद हुआ, उसके 14 साल बाद 1961 में गोवा बना। गोवा भले ही एक छोटा सा स्टेट है, लेकिन यहां लाखो लोग घूमने आते हैं। 2018 में जब गोवा में खनन पर प्रतिबंध लगा, तब गोवा को काफी नुकसान हुआ था। कोविड में भी प्रतिबंध देखने को मिला। लेकिन हमने एक नया तरीका निकाला कि लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं, तो हम वर्क फ्रॉम गोवा करते हैं। इससे गोवा को कोविड के समय में भी इतना खास नुकसान नहीं हुआ। मंत्री ने कहा आप किसी भी सीजन में गोवा में जायेंगे तो आपको हर सीजन में गोवा अच्छा लगेगा।
उन्होंने आगे कहा कि हर साल लाखों लोग बर्डस देखने गोवा आते हैं। हर साल हमारे पास बंजी जंपिंग, स्काई डाइविंग जैसा अवसर लोगों को मिलता है। योगा के साथ अब हम स्पिरिचुअल टूरिज्म पर भी ध्यान दे रहे हैं। इसके साथ ही हमारे पास धार्मिक कार्यों और दर्शनों के लिए मंदिर और चर्च भी हैं। मंत्री रोहन खुंटे ने कहा कि गोवा अपने बीचेस, लेट नाइट पार्टी के साथ कई चीजों के लिए फेमस है।
खेल पर्यटन बढ़ाने के लिए बीच क्रिकेट पर हो रहा कार्य- पर्यटन मंत्री
मंत्री रोहन खुंटे ने कहा कि गोवा को फुटबॉल की दीवानगी के लिए जाना जाता है। खेल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार कार्य कर रही है। बीच वॉलीबॉल और बीच क्रिकेट कराने का सरकार प्लान भी बना रही है। मंत्री ने कहा कि इसे कैसे पर्यटन के अनुकूल बना सकते हैं, हम इस पर काम कर रहे हैं।
टूरिज्म की जिम्मेदारी को खुद समझें लोग- मंत्री
टूरिज्म और अपराध को लेकर भी गोवा के पर्यटन मंत्री रोहन खुंटे ने अपनी बात कही। उन्होंने कहा कि कई ऐसे प्रदेश हैं, जहां लड़कियां रात 8 से 9 बजे के बाद घर से बाहर सेफ महसूस नहीं करतीं। लेकिन आप गोवा को देख लीजिए। यहां पर तो नाइट क्लब ही होते हैं। उन्होंने कहा कि वे ये नहीं कहते कि गोवा में मर्डर नहीं होते या रेप नहीं होते, ये तो हर स्टेट में होते हैं। अगर आप ड्रिंक एंड ड्राइव करते हैं, ज्यादा ड्रग्स लेते हैं, तो इसके लिए सरकार क्या करे? उन्होंने कहा कि लोगों को टूरिज्म की जिम्मेदारी खुद समझनी पड़ेगी।
गोवा के पर्यटन मंत्री के बाद कॉन्क्लेव को उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने संबोधित किया।
टूरिज्म के लिए भारत की अतीत पर देना होगा ध्यान-सतपाल महराज
उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने अपने संबोधन में सबसे पहले एपीएन को टूरिज्म कॉन्क्लेव के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने आगे कहा कि टूरिज्म को हम आगे बढ़ाना चाहते हैं। इसके लिए सबसे पहले हमें हमारे भारत के अतीत की ओर ध्यान देना चाहिए। हम जो अपनी सभ्यता और वेदों में पढ़ते हैं, वो हमारे टूरिज्म में नजर आना चाहिए। इसकी डिस्कवरी होनी चाहिए ताकि यहां और विदेश के लोगों को भारत की धरती के रहस्यों को जानने का मौका मिले।
पर्यटन के लिए इतिहास की खोज की तरफ दे रहे हैं ध्यान- पर्यटन मंत्री
उन्होंने आगे कहा कि अभी आपने कुछ समय पहले देखा कि चीन में गुप्त मकबरे के पास टेराकोट वॉरियर्स को खोजा गया है। लोग इसे देखने के लिए जा रहे हैं। लोगों को उसे देखने की दिलचस्पी बढ़ रही है। इससे उनका टूरिज्म भी बढ़ रहा है। हमे भी ऐसे ही इतिहास की तरफ ध्यान देना चाहिए। ऐसी चीजों से ही टूरिज्म बढ़ता है। हम ऐसे इतिहास की खोज की तरफ ध्यान दे रहे हैं।
बता दें कि टेराकोटा वॉरियर्स या टेराकोटा योद्धा एवं अश्व टेराकोटा की मूर्तियाँ हैं, जो चीन के प्रथम सम्राट किन शी हुआंग की सेना का निरूपण करतीं हैं। ये मूर्तियां 210-209 ईसा पूर्व सम्राट के शव के साथ दफन की गईं थीं। ये मूर्तियां, 1974 में जल आपूर्ति संबंधी निर्माण कार्य करते समय स्थानीय किसानों को मिली थीं।
यमुनोत्री-केदारनाथ में लोगों के लिए होगी रोपवे की सुविधा-मंत्री
मंत्री ने कहा कि हमने ये देखा है कि हमारी संस्कृति कितनी पुरानी है। कई खोज में ये पाया गया है कि भारत में महिलाओं ने भी पुरुषों के साथ युद्ध किया। ये सभी लोगों को जानने का अवसर मिलेगा। भारत की तरफ लोगों का आकर्षण बढ़ेगा। इन्ही सब चीजों से भारत की प्राचीनता के बारे में लोगों को पता चलेगा। उन्होंने आगे कहा कि यमुनोत्री-केदारनाथ में रोपवे लाया जाएगा । लोग रोपवे के जरिए यहां पहुंचे, इसपर हम काम कर रहें हैं। मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय पर्यटन मंत्री के नेतृत्व में उत्तराखंड का टूरिज्म बढ़ रहा है। राज्य में क्रूज की व्यवस्था के लिए भी हम काम कर रहे हैं। मंत्री ने कहा “मैं चाहूंगा के आप उत्तराखंड आएं और इन्वेस्टमेंट करें ताकि उत्तराखंड का टूरिज्म बढ़ सके।”
उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री बोले- ‘विंटर टूरिज्म’ को बढ़ाने का हो रहा काम
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री ने आगे कहा कि वे ‘विंटर टूरिज्म’ को बढ़ाने के लिए कार्य कर रहे हैं। मंत्री ने कहा कि हम देखते हैं कि उत्तराखंड के सारे पहाड़ विंटर में सुनसान हो जाते हैं। कोई पर्यटक नहीं दिखता है। इसी के लिए हम ‘विंटर टूरिज्म’ पर भी काम कर रहे हैं। उन्होंने एक आंकड़ा बताते हुए कहा कि एक अच्छी बात ये है कि इस साल अब तक 42 लाख 3 हजार 588 पर्यटक और तीर्थयात्री चार धाम यात्रा पर आ चुके हैं। उम्मीद है कि यह संख्या जल्द ही 45 लाख तक पहुंच जाएगी।
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